मनरेगा कार्यो में अनियमितता का आरोप, सौंपा ज्ञापन
संबलपुर जिला के बामड़ा प्रखंड अंतर्गत कुटारिमाल पंचायत के विकास के लिए
संवाद सूत्र, बामड़ा : संबलपुर जिला के बामड़ा प्रखंड अंतर्गत कुटारिमाल पंचायत के विकास के लिए संचालित सरकारी योजनाओं और मनरेगा कार्यों में पंचायत के जीआरएस द्वारा लाखों रुपये का हेरफेर करने का आरोप लगाते हुए कुचिडा असिस्टेंट कलेक्टर हर्मेद्र भोई को ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप जांच एवं कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों के अनुसार कुटारिमाल पंचायत में एक आदिवासी महिला सरपंच है। सरपंच के सरल स्वभाव का फायदा उठाते हुए व स्थानीय वार्ड मेंबर को झांसे में लेकर ग्राम रोजगार सेवक रुपम खंडेलवाल मनमर्जी से मनरेगा योजनाओं को कर रहे हैं। मनरेगा कार्य में काम नहीं करने वाले श्रमिकों के खाते में मजदूरी का पैसा डालना, जॉब कार्ड में एंट्री नहीं करना, परियोजना काी सूचना फलक नहीं लगाना, मनरेगा कार्यों की सूचना जीओ टैगिग नहीं करने समेत, मोरम बिछाने के नाम से पैसा उठाने आदि के नाम से बिल बनाने जैसे गंभीर हेराफेरी करने का आरोप लगाया है। बहुत से परियोजना की ग्रामसभा में मंजूरी नहीं होने के बावजूद जीआरएस द्वारा कराए जा रहा है। ग्रामीणों ने इन घोटाला के विषय में बामड़ा बीडीओ गोविंद डनसेना से अनेकों बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नही होने से बड़ी संख्या में ग्रामीण गाड़ी भाड़ा कर बामड़ा से 50 किमी दूर कुचिडा एसडीएम कार्यालय पहुंच ज्ञापन सौंपा। जिसमें मनरेगा कार्यों में हो रहे घोटालों की उच्चस्तरीय जांच कर संलिप्त कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई थी। ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व सरपंच त्रिलिग छतरिया, सुरुलाल नायक, गुमान बिहारी झांकर, छबील केछु, हिराधर किसान, चित्रसेन जयपुरिया, टंकधर नायक, कपिल केछु, पंकज साहू, लंबोदर साहू, प्रसन्न बरीहा, बुद्धदेव टोप्पो, गुलबदन टोप्पो आदि उपस्थित थे।