संबलपुर में नदी तट पर मिली शिव की प्राचीन मूर्ति
इस मूर्ति का वजन करीब दो क्विंटल है। तीन फीट ऊंची और दो फीट चौड़ी इस मूर्ति में नटराज की दस भुजाएं हैं।
संबलपुर, जेएनएन। महानदी तट पर इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हैरिटेज (इंटैक) की ओर से जारी पुरातत्व सर्वेक्षण कार्यक्रम के दौरान नटराज की एक प्राचीन मूर्ति मिली है। मूर्ति की सुरक्षा के लिए इसे जिलाधीश कार्यालय में रखा गया है और बताया गया है कि इस मूर्ति को संबलपुर में यथाशीघ्र स्थापित होने वाले म्यूजियम में रखा जाएगा।
इंटैक सर्वेक्षण दल में शामिल इतिहासकार व लेखक दीपक कुमार पंडा के अनुसार, बुधवार को सर्वेक्षण के दौरान दल दुर्गापाली के देवीबंध तालाब के पास पहुंचा और तालाब किनारे की मिट्टी में दबी नटराज की मूर्ति को जेसीबी मशीन की सहायता से बाहर निकाला गया। इस मूर्ति का वजन करीब दो क्विंटल है। तीन फीट ऊंची और दो फीट चौड़ी इस मूर्ति में नटराज की दस भुजाएं हैं। मूर्ति के चारों तरफ आग का घेरा बना हुआ है। जबकि नटराज नीचे लेटे एक पुरुष के ऊपर खड़े दिख रहे हैं।
इस भारी भरकम व वजनी मूर्ति को बड़ी सावधानी से बाहर निकालकर जिलाधीश कार्यालय में सुरक्षित रखा गया है। माना जा रहा है कि नटराज की यह प्राचीन मूर्ति किसी भग्न मंदिर के प्रवेशद्वार के ऊपर का हिस्सा हो सकता है। संभवत: जिस स्थान से यह मूर्ति मिली है। उसके नीचे भग्न मंदिर के अवशेष भी हो सकते हैं। सर्वेक्षण दल को यह भी पता चला है कि इससे पहले भी देवीबंध तालाब के पास से चामुंडा, नाग और कई अन्य मूर्तियों को बरामद कर पास के एक मंदिर में रखा गया था। कई खंडित मूर्तियों केमिलने से ऐसा माना जा रहा है कि किसी आक्रमणकारी ने मंदिर को तोड़ा होगा।
ऐसे में इलाके में पुरातत्व विभाग द्वारा खनन कराए जाने पर जोर दिया गया है। नटराज की प्राचीन मूर्ति मिलने की सूचना के बाद जिलाधीश समर्थ वर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त जिलाधीश त्रिलोचन माझी, जिला संस्कृति अधिकारी अर्पिता बेहेरा भी सर्वेक्षण स्थल पर पहुंचे।