संबलपुर विश्वविद्यालय के नौ छात्रों पर गिरी गाज
संबलपुर विश्वविद्यालय के ज्योति विहार परिसर में सितंबर माह में राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्राध्यापक और छात्रों के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद नौ छात्रों के खिलाफ कार्रवाई।
संबलपुर, जेएनएन। बुर्ला स्थित संबलपुर विश्वविद्यालय के ज्योति विहार परिसर में सितंबर माह में राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. रजत कुजूर और छात्रों के बीच हुई मारपीट की घटना की उच्चस्तरीय जांच कमेटी की सिफारिश के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नौ छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की है। जबकि प्राध्यापक डॉ. कुजूर को वेतन के साथ छह महीने की छुट्टी पर जाने को कहा है। प्रबंधन के इस फैसले से छात्रों में असंतोष है। छात्रों ने फैसले को प्रबंधन की मनमानी बताया है।
छात्रों का मानना है कि इससे मेधावी छात्रों का भविष्य चौपट हो सकता है। गौरतलब है कि 23 सितंबर 2018 की शाम, विश्वविद्यालय परिसर में नुंआखाई भेंटघाट समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें प्राध्यापक डॉ. रजत कुजूर उपस्थित थे। इसी को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों का एक गुट नाराज था और उसने डॉ. कुजूर से सवाल-जवाब शुरू कर दिया। इसी को लेकर झगड़ा गया और मारपीट होने लगी। जिसमें प्राध्यापक और छात्र घायल हो गए थे। इस घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। जिसने अपनी सिफारिश में नौ छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है। इसके लिए विश्वविद्यालय सिंडीकेट की बैठक बुलाई गई और जांच रिपोर्ट पर चर्चा करने के बाद नौ छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया गया। पोस्ट ग्रेजुएट काउंसिल के अध्यक्ष अशोक दास ने भी इस फैसले की पुष्टि की है।
पंजीकरण रोकने समेत आर्थिक दंड भी लगाया गया
जांच कमेटी की सिफारिश के आधार पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सोनू मालुआ और मानस साहु का पीएचडी पंजीकरण स्थगित रखने समेत मानस को हॉस्टल जाने और विश्वविद्यालय के किसी भी समारोह में शामिल होने पर पाबंदी लगाया है। इसके अलावा प्रकाश दलेई और विश्वरंजन जेना को भी हॉस्टल जाने और समारोह में शामिल होने पर पाबंदी लगाया गया है। उन्हें किसी प्रकार के आंदोलन में शामिल नहीं होने का सत्यपाठ भी शामिल करने को कहा गया है। श्यामसुंदर साहु, सपन पंडित, प्रीतम भुइंया, सूरज रथ और ज्योति प्रकाश को पांच पांच हजार रुपये का दंड और समारोहों में शामिल नहीं होने को कहा गया है।