सड़क हादसे में मृत प्रवासी का शव भेजा गया पश्चिम बंगाल
कोरोना संक्रमण के भय और लॉकडाउन में काम धंधा बंद होने से परेशान होकर अपने गांव जाने के लिए निकले पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी की मौत बुर्ला हॉस्पिटल में इलाजरत अवस्था में हो गयी।
संवाद सूत्र, संबलपुर : कोरोना संक्रमण के भय और लॉकडाउन में काम धंधा बंद होने से परेशान होकर अपने गांव जाने के लिए निकले पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी की मौत बुर्ला हॉस्पिटल में इलाजरत अवस्था में हो गयी। मृतक का नाम सलीम शेख है। वह पश्चिम बंगाल के मुíशदाबाद जिला के नामगांव का बताया गया है। अफसोस तो इस बात का है कि सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल सलीम को उसके साथी घटनास्थल छोड़कर चले गए। एक स्थानीय मजदूर की कोशिश से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय सलीम शेख छत्तीसगढ़ के दुर्ग में रहकर मिस्त्री का काम करता था। लॉकडाउन की वजह से काम धंधा बंद हो जाने से सलीम और उसके साथी मुश्किल में थे। लॉकडाउन- 3 में मिली छूट के बाद सलीम और साथियों ने वापस अपने गांव लौटने का फैसला लिया। बीते 17 मई के दिन सलीम और साथी एक ट्रक में सवार होकर पश्चिम बंगाल जाने के लिए निकले। उसी रात ट्रक देवगढ़ जिला के बारकोट थाना क्षेत्र के एक ढाबा में रुकी। ट्रक चालक समेत उस ट्रक में सवार सलीम और उसके साथी भी भोजन करने उतरे। बताते हैं कि भोजन करने के बाद सलीम सुस्ताने के लिए ढाबा के सामने राजमार्ग किनारे लेटा था। तभी एक ट्रक उसे कुचलती हुई फरार हो गयी। इस हादसे के बाद सलीम के साथी और ट्रक का चालक भी सलीम की परवाह किए बगैर वहां से आगे चले गए। एक स्थानीय मजदूर ने गंभीर रूप से घायल सलीम को देख उसे देवगढ़ जिला मुख्य अस्पताल भिजवाने की व्यवस्था की। सलीम की हालत को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए बुर्ला हॉस्पिटल स्थानांतरित किया गया था, जहां इलाजरत अवस्था में सोमवार के दिन उसकी मौत हो गयी। बुर्ला हॉस्पिटल पुलिस ने अपमृत्यु का मामला दर्ज कर उसके हाथ में लगे क्वारंटाइन स्टांप से उसका पता लगाने के बाद मंगलवार के दिन उसके शव का पोस्टमार्टम कराया और उसका शव उसके गांव भेज दिया।