उर्वरक की बोरियों से ईट-पत्थर निकलने से किसान आक्रोशित
खाने पीने के सामानों में मिलावट के बाद अब फसल उत्पादन के लिए उपयोग किए जाने वाले उर्वरक में भी मिलावट का मामला सामने आया है। इसे लेकर सोमवार को किसानों ने स्थानीय बरेईपाली स्थित मार्कफेड के गोदाम में खूब हंगामा किया।
संवाद सूत्र, संबलपुर : खाने पीने के सामानों में मिलावट के बाद अब फसल उत्पादन के लिए उपयोग किए जाने वाले उर्वरक में भी मिलावट का मामला सामने आया है। इसे लेकर सोमवार को किसानों ने स्थानीय बरेईपाली स्थित मार्कफेड के गोदाम में खूब हंगामा किया। खबर मिलने के बाद आइपीएल उर्वरक कंपनी के क्षेत्रिय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन उर्वरक के बोरों से लकडी, ईट व पत्थर निकलने की घटना को स्वीकार नहीं किया। इसके बाद किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया। उधर, कृषि उपनिदेशक एसके राय ने स्वीकार किया है कि कुछ किसानों को मार्कफेड की गोदाम से दिए गए उर्वरक बोरों में से लकड़ी, ईंट व पत्थर के टुकडे निकलने के बाद उन बोरों को वापस ले लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते 20 फरवरी को हीराकुद थाना अंतर्गत डेंगीमचा गांव के किसान नाटू बिश्वाल उर्वरक खरीदने पहले रेमेड स्थित सेवा सहकारी समिति गए थे, लेकिन वहां नहीं मिला तो बरेईपाली स्थित मार्कफेड के गोदाम से खरीदारी की। मार्कफेड की ओर से उन्हें आइपीएल कंपनी का उर्वरक दिया गया था। बिश्वाल ने बताया कि जब वह घर जाकर उर्वरक का बोरा खोला तो उसमें से लकड़ी, ईंट व पत्थर के टुकडे निकले। इसके बाद वह 24 फरवरी को मार्कफेड पहुंचकर शिकायत की तब यह मामला सामने आया। किसानों की मानें तो उन्हें डीएपी कंपनी की उर्वरक की जरुरत पड़ती है, लेकिन मार्कफेड की ओर से उन्हें जबरन आइपीएल कंपनी का उर्वरक दिया जाता है। इसकी शिकायत करने पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा।