आदिवासियों की जमीन की खरीद-फरोख्त में कई नेता शामिल
आदिवासियों की जमीन की खरीद-फरोख्त पर कई तरह की कानूनी प्रतिबंधों के बावजूद उनकी जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त का आरोप ओडिशा आदिवासी दलित सेना की ओर से लगाया गया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : आदिवासियों की जमीन की खरीद-फरोख्त पर कई तरह की कानूनी प्रतिबंधों के बावजूद उनकी जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त का आरोप ओडिशा आदिवासी दलित सेना की ओर से लगाया गया है। सेना के नेताओं ने आरोप लगाया है कि इस खरीद-फरोख्त में कई नेता, माफिया और उनके गुर्गे भी शामिल हैं।
स्थानीय लक्ष्मी टाकीज चौक निकटस्थ ओडिशा आदिवासी दलित सेना कार्यालय में मंगलवार को सेना के अध्यक्ष प्रशांत हाओ की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में संबलपुर समेत सुंदरगढ़, बरगढ़, देवगढ़, झारसुगुड़ा और बऊद जिला से आए कार्यकर्ता शामिल रहे और आदिवासियों की जमीन पर नेताओं और माफिया की नजर होने और अवैध खरीद-फरोख्त में उनका हाथ होने का आरोप लगाया। बैठक में आदिवासी दलित वर्ग के कर्मचारियों की पदोन्नति को लेकर सुप्रीमकोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के खिलाफ भी आंदोलन किए जाने का प्रस्ताव ग्रहण किया गया। मौके पर सेना के प्रथम प्रभारी अध्यक्ष के रूप में गोवर्धन भोई, द्वितीय प्रभारी अध्यक्ष के रुप में थॉमस मेचेरी, दुतिया गार्डिया को उपाध्यक्ष, अनंत भोई को ओडिशा संगठन अध्यक्ष, प्रभाकर ओराम को झारसुगुड़ा जिला अध्यक्ष, सुवेश मुंडा को संबलपुर जिला अध्यक्ष, प्रीति प्रधान को उपाध्यक्ष, नरेश बारिक को बुर्ला नगर अध्यक्ष, घनश्याम कुंभार को संबलपुर महानगर निगम नंबर-3 का संयोजक और सानिलास बार्ला को कोषाध्यक्ष मनोनित किया गया।