हर चार माह में होगी बुर्ला मेडिकल की समीक्षा : स्वास्थ्य मंत्री
करीब डेढ़ माह पूर्व राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री बने झारसुगुड़ा के विधायक नवकिशोर दास ने बुधवार को वीर सुरेंद्र साय इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च संस्थान का दौरा किया।
संसू, संबलपुर : करीब डेढ़ माह पूर्व राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री बने झारसुगुड़ा के विधायक नवकिशोर दास ने बुधवार को बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च संस्थान का दौरा कर अधिकारियों और डॉक्टरों के साथ बैठक की। दो घंटे तक चली इस बैठक में संस्थान की सुविधा-असुविधा की जानकारी लेने के बाद मंत्री दास ने मीडिया को बताया कि अब वह प्रत्येक चार महीने में बुर्ला का दौरा कर इस संस्थान की सुविधा व असुविधाओं की समीक्षा करने समेत आम लोगों से भी चर्चा करेंगे।
संस्थान के मेटू हॉल में पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री दास ने बताया कि किसी भी मेडिकल अस्पताल में डॉक्टरों के सहयोग के बिना मरीजों को बेहतर इलाज मिलना संभव नहीं है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सूबे में मेडिकल अस्पतालों की संख्या के साथ डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ाने का निर्णय लिया है। उनका सपना जनजन तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने का है। सूबे में वर्तमान सात सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। आगामी दो वर्षों में और चार मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है। आम लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों से उत्तीर्ण 1100 और गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों से उत्तीर्ण 400 डॉक्टरों को सरकार ठेके पर नियुक्त करने वाली है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अस्पतालों के साथ जनस्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की भी दशा और दिशा में सुधार लाए जाने का भरोसा दिया। बुर्ला स्थित इस मेडिकल संस्थान के स्वशासन को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने बताया कि वर्तमान संस्थान के निदेशक को पहले से अधिक क्षमता प्रदान किया गया है। निदेशक द्वारा दिए गए प्रस्तावों पर सरकार उचित कार्रवाई भी करेगी। इसके अलावा मेडिकल संस्थान में विद्युतापूर्ति के लिए ऊर्जा विभाग से चर्चा चल रही है। मेडिकल अस्पताल में दलालों की सक्रियता को लेकर उन्होंने लोगों को खुद सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत बताया। इसके अलावा संस्थान परिसर में अहेतुक पार्किंग शुल्क वसूले जाने पर भी उचित निर्णय लिए जाने का भरोसा दिया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सह सचिव डॉ. प्रमोद मेहर्दा और निदेशक गुहा पूनम तापस कुमार भी उपस्थित रहे।