मातृछाया केंद्र बरगढ़ में बच्चियों की खरीद फरोख्त की शिकायत Sambalpur News
मातृछाया नामक एक संस्थान की भूमिका पर सवाल नाबालिग ने लगाया उसे 60 हजार रुपये में बेचने का आरोप।
संबलपुर, जेएनएन। बरगढ़ जिला के भेडेन इलाके में रहने वाली नाबालिग ने उसे 60 हजार रुपये लेकर दीपक राउत नामक एक युवक के हाथ बेच दिए जाने का आरोप लगाकर, मातृछाया नामक एक संस्थान की भूमिका पर सवाल खड़ा कर दिया है। उसने बताया है कि बरगढ़ सदर पुलिस ने कुछ महीने पहले उसे अस्थायी तौर पर रहने के लिए मातृछाया केंद्र भेजा था। जहां उस पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार किया गया। बाद में दीपक राउत
नाम के युवक से 60 हजार रुपये लेकर उसे बेच दिया गया था। दीपक उसके साथ विवाह करना चाहता है। लेकिन उसके परिवार के लोग राजी नहीं हैं। नाबालिग के इस बयान के बाद बुधवार को बरगढ़ सदर पुलिस नाबालिग की डॉक्टरी जांच कराने समेत मामला दर्ज कर आरोप की जांच करने मातृछाया केंद्र भी गई और पूछताछ किया। मातृछाया प्रबंधन ने नाबालिग के बयान को पूरी तरह मनगढ़ंत और झूठा बताया है।
बरगढ़ बाल कल्याण समिति के समक्ष हाजिर नाबालिग ने बताया है कि कुछ महीने पहले घरेलू झगड़े की वजह से उसके पिता ने उसे घर से निकाल दिया था। तब वह न्याय की गुहार लेकर भेडेन थाना गई थी। जहां से पुलिस ने उसे बरगढ़ सदर थाना अंतर्गत चकरकेंद स्थित मातृछाया केंद्र में रहने के लिए भेज दिया था। इस केंद्र में रहने के दौरान उसे ठीक से भोजन नहीं दिया जाता था और मारपीट की जाती थी। ऐसे में वह केंद्र से निकल भागी और गांधी चौक स्थित एक दुकान में काम करने लगी। इसी दौरान उसकी जान पहचान दीपक राउत के साथ हुई।
दुकान में काम करने की खबर मिलने के बाद मातृछाया के लोग फिर उसे अपने साथ ले गए। इसका पता चलने के बाद जब दीपक मातृछाया केंद्र पहुंचा और प्रबंधन से उसके बारे में बात कर विवाह की इच्छा जतायी। तब उससे 60 हजार रुपये वसूला गया। दीपक उसे लेकर अपने घर गया। तब उसके माता पिता विवाह के लिए राजी नहीं हुए। इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंचने पर पुलिस ने भी कोई शिकायत दर्ज नहीं किया।
तब किसी की सलाह से पीड़ित नाबालिग बरगढ़ बाल कल्याण समिति तक पहुंची और अपनी आपबीती सुनाई। तब यह मामला सामने आया और अब सदर पुलिस शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित नाबालिग को वर्तमान अन्य एक केंद्र में रखा गया है।