तोड़ दिया पति का पांव, पत्नी लगा रही गुहार
कसट बड़ाइक की पत्नी लक्ष्मी बड़ाइक ने एसपी कार्यालय पहुंचकर गुहार लगाई।
राउरकेला, जेएनएन। वेदव्यास स्थित नंदू बॉडी गैराज के मालिक नंदू सिंह ने कसट बड़ाइक पर हमला कर उसका पैर तोड़ दिया है। वह उसे अस्पताल भी ले गया लेकिन भारी भरकम खर्च की बात सुनकर वहां से भाग गया। इलाज के लिए सहायता मुहैया नहीं कराई। इस बात की शिकायत ब्राह्माणीतरंग थाना में दर्ज कराई गई है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अबं उसके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या खड़ी हो गई है।
गुरुवार को पीड़ित की पत्नी लक्ष्मी बड़ाइक ने एसपी कार्यालय पहुंचकर यह गुहार लगाई। वेदव्यास गोपपाली निवासी लक्ष्मी ने बताया कि उसे मायके जाना था। तीन सौ रुपयों की जरूरत थी। पति का पैसा गैराज मालिक के पास बाकी था। जिसे मांगने के लिए सात अगस्त की सुबह 9 बजे वह नंदू गैराज गई थी। गैराज के मालिक ने बकाया पैसा देने के बजाय पति के पर्स से रुपये निकाल कर दे दिए। इसके बाद वह चली गई। बाद में भद्दी भद्दी गाली देते हुए गैराज मालिक ने पति पर लकड़ी के एक टुकड़े से हमला कर दिया। जिससे उसका दांया पैर टूट गया। पति को इलाज के लिए केटीएच अस्पताल लाया गया। जहां 30 से 40 हजार रुपये खर्च आने की बात सुनते ही गैराज मालिक उसे वहीं छोड़ कर भाग गया।
खबर मिलने पर परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे और पति को राउरकेला सरकारी अस्पताल ले गए। जहां आपरेशन में करीब 25 हजार खर्च होने जानकारी दी गई। फिलहाल पति के पैर में केवल प्लास्टर लगा है। उसने बताया कि इस संबंध में थाने में शिकायत की गई है पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में दो बच्चों व अविवाहित ननद के साथ परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो रहा है। लक्ष्मी ने चिकित्सा खर्च एवं पति के ठीक होने तक भरण पोषण के लिए सहायता मुहैया कराने की गुहार लगाई है।