कुष्ठ संदिग्धों की पहचान को चलेगा अभियान
नगर के सभी वार्डो में कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नगर के सभी वार्डो में कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा। इसे आशा कार्यकर्ता संपादित करेंगी। आशा कार्यकर्ता चिह्नित वार्डों में घर-घर जाकर संभावित कुष्ठ रोगियों की पहचान करेंगी। यह अभियान उन क्षेत्रों में चलाया जाएगा जहां सबसे ज्यादा मरीज मिले हों या जहां बिल्कुल ही मरीज नहीं मिले हों। कुष्ठ संदिग्धों की निगरानी आशा और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा कराए जाने को लेकर प्रशिक्षण राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन राउरकेला द्वारा यूपीएचसी छेंड में किया गया था। आशा कार्यकर्ताओं को कुष्ठ रोग के लक्षण तथा बचाव जानकारी दी। बताया गया कि शुरुआती दौर में शरीर के किसी भी हिस्से में चमड़ी पर दाग अगर सुन्न रहता हो, तो वह कुष्ठ रोग का प्रतीक है। इस रोग का सभी सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क इलाज किया जाता है। कुष्ठ रोग शुरू में पता चलने पर छह माह की दवा का कोर्स लेना पड़ता है। उसके बाद अगर कुछ समय में यह बीमारी हो जाए, तो एक साल तक दवा खानी पड़ती है। इस दौरान उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए भी प्रेरित किया।