माता-पिता ही सबसे बड़े गुरु व भगवान
माता-पिता ही दुनिया में सबसे बड़े गुरु और भगवान होते हैं। हमने माता-पिता से ही सब कुछ सीखा है एवं उसे अपना कर सम्मान के साथ जीवन जी रहे हैं।
माता-पिता ही दुनिया में सबसे बड़े गुरु और भगवान होते हैं। हमने माता-पिता से ही सब कुछ सीखा है एवं उसे अपना कर सम्मान के साथ जीवन जी रहे हैं। माता- पिता के साथ पांच भाई व एक बहन का हमारा परिवार था। इतना बड़ा परिवार होने के बाद भी कभी उन्होंने किसी चीज की कमी नहीं होने दी। उन्होंने हमें संतोष करने की सीख दी थी। क्योंकि संतोष से बड़ा कोई सुख नहीं है। ईश्वर ने हमें जितना दिया है हमारी जरूरत के मुताबिक दिया है। अपने परिवार के साथ-साथ पड़ोस व सगे संबंधियों के हर सुख-दुख में शामिल होने तथा सुख-दुख बांटने की सीख माता-पिता से हमें मिली है। हम आजीवन उसका पालन करते आ रहे है। माता पिता आज हमारे बीच नहीं हैं पर उनकी स्मृति हमेशा हमारे दिलो दिमाग में रहेगी क्योंकि, यह शरीर तो उन्हीं का दिया हुआ है। पितृ पक्ष पर हम उनका शत-शत नमन करते हैं एवं हर दुख झेलने की ताकत हमे दें, इसकी कामना करते हैं।
पिता- बाबूललाल अग्रवाल
माता- गीता देवी
पुत्र- सुरेश अग्रवाल।