आरएससीएल राउरकेला को समय से पहले बदलने की दौड़ में
राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड (आरएससीएल) ने पुरुष हॉकी विश्व कप से पहले शहर को बदलने के लिए समय के खिलाफ दौड़ शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड (आरएससीएल) ने पुरुष हॉकी विश्व कप से पहले शहर को बदलने के लिए समय के खिलाफ दौड़ शुरू कर दी है ताकि 470.95 करोड़ रुपये की 12 और परियोजनाओं को समय से पूर्व पूरा किया जा सके। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विगत 16 फरवरी को बीजू पटनायक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (बीपीयूटी) के परिसर में भारत के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम के अलावा इन 12 स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की आधारशिला रखी थी। अधिकारियों को इनमें से दो परियोजनाओं को लेकर चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उपरोक्त दोनों परियोजनाओं को पूरा होने में लंबी अवधि लगेगी।
इन दो कठिन परियोजनाओं में ब्राह्मणी रिवरफ्रंट का विकास और 11 प्राकृतिक नालों के जरिए आसानी से वर्षा के पानी की निकासी करना है। 44.30 करोड़ रुपये की लागत वाली रिवरफ्रंट परियोजना निविदा प्रक्रिया में है और इसे वर्क आर्डर के मिलने के दो साल के भीतर पूरा किया जाना है। इसी तरह 92 करोड़ रुपये की लागत की नाला परियोजना निविदा प्रक्रिया में है तथा दो साल की अवधि में इसे भी पूरा किया जाना है। साल 2023 के 13 से 29 जनवरी तक हॉकी विश्व कप होना है। आरएससीएल के सूत्रों के अनुसार, इस साल नवंबर में पूरा होने वाले लक्ष्य के साथ 48.18 करोड़ रुपये की लागत से पानपोष बाजार परिसर के नवीनीकरण के लिए कार्य आदेश दिया गया है। इसी तरह, सबसे महत्वपूर्ण परियोजना राउरकेला-1 में 116.76 रुपये की संयुक्त लागत के साथ एक नियंत्रण और कमांड सेंटर, ट्राइबल म्यूजियम, कन्वेंशन सेंटर और ऑडिटोरियम का निर्माण शामिल है। इसे पूरा करने का लक्ष्य अगले साल जनवरी है।
भूमिगत जल निकासी और बहु-उपयोगिता पाइपलाइनों के तहखाने के साथ स्मार्ट रोड चरण-2 तथा नियंत्रण और कमांड सेंटर की नींव पर काम चल रहा है। अगले साल जून तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दिसंबर में पूरा होने के लक्ष्य के साथ बसंती कॉलोनी में डीएवी तालाब का विकास व भू-भाग का विकास चल रहा है। इसी तरह, शहर में 24 पार्को का नवीनीकरण जून तक पूरा होना है, जबकि हाल ही में कोयल नगर में मेगा मनोरंजन पार्क पर काम शुरू हुआ है। इसे एक साल में पूरा करने का लक्ष्य है। वेदव्यास पर्यटन स्थल को 14.93 करोड़ रुपये में विकसित करने के लिए कार्य आदेश दिया गया है। यह परियोजना 18 महीने के भीतर पूरी होने की संभावना है।