शरीर का तापमान 37.4 डिग्री के पार तो घर पर रहिये
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने सक्रिय रूप से कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने सक्रिय रूप से कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है। विभिन्न गतिविधियों में विभिन्न उपायों के कार्यान्वयन के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर कार्य करना, बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान चलाना, कर्मचारियों और इस्पात नगरी के निवासियों को कोविड दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने के महत्व और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न अन्य उपाय शामिल हैं। आरएसपी की एक उच्च स्तरीय टास्क फोर्स बारीकी से निगरानी कर रही है और महामारी के लिए सभी प्रकार के विकास और अनुपालन के लिए कार्रवाई कर रहा है। नवीनतम पहल में संयंत्र के कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिग नियमित आधार पर की जा रही है। क्रॉस इंफेक्शन से बचने के लिए नॉन कांटैक्ट इंफ्रारेड फोरहेड थर्मामीटर या तापमान गन का इस्तेमाल पूरे संयंत्र में किया जा रहा है। 37.4 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक शरीर के तापमान पाए जाने वाले व्यक्ति को घर पर रहने की सलाह दी जाती है।
उल्लेखनीय है अग्निशमन विभाग के सहयोग से नगर इंजीनियरिग विभाग की पब्लिक हेल्थ यूनिट, इस्पात नगरी में विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान चला रही है। लोगों के आने-जाने वाले क्षेत्रों में खतरे को देखते हुए कीटनाशकों का छिड़काव प्राथमिकता के आधार पर करके सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। कम समय में अधिक क्षेत्रों को कवर करने के उद्देश्य से फायर टेंडर का उपयोग किया जा रहा है। दूसरी ओर सिविल इंजीनियरिग सेवा विभाग इस्पात संयंत्र के अंदर स्वच्छता अभियान की देखरेख कर रहा है। विभाग ने छिड़काव मशीनों का उपयोग करते हुए, संयंत्र के अंदर विभिन्न अतिसंवेदनशील स्थानों, शिफ्ट कार्यालयों और मशीनरी को कीटाणुरहित कर रहा है। इसके अलावा विभाग ने ट्रैफिक गेट के माध्यम से संयंत्र में प्रवेश करने वाले सामान को कीटाणुरहित करने के लिए विस्तृत प्रावधान किया है। अभियान में अग्रणी अग्निशमन विभाग और कार्मिक विभाग द्वारा संयंत्र में प्रवेश करने वाले प्रत्येनक व्यक्ति के हाथों को सैनिटाइज करने का अभ्यास जारी रखा है। बिना मास्क पहने किसी को भी संयंत्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।