राउरकेला आरजीएच में नर्स ने किया इलाज, सोते रहे डॉक्टर
नौ माह की गर्भवती की मौत, परिजनों ने किया जोरदार हंगामा, चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजा देने की मांग की
राउरकेला, जेएनएन। राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) में चिकित्सकों की लापरवाही के कारण बार-बार मरीजों की मौत का मामला दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। खास कर प्रसूति विभाग के खिलाफ ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं। शनिवार की रात प्रसव के लिए भर्ती महिला व बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर घंटों हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को जांच कमेटी की बैठक में फैसला करने का भरोसा दिया। दोषी पाए जाने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टर की जगह नर्स कर रही थी इलाज उदितनगर थाना अंर्तगत मालगोदाम के वार्ड नंबर-10 निवासी हरिश चंद्र पात्र ने बताया कि वह अपनी 27 वर्षीय पत्नी भामा किसान को प्रसव पीड़ा होने पर शनिवार को रात 10.45 बजे आरजीएच के प्रसूति विभाग पहुंचा। जहां नर्स से पत्नी की हालत गंभीर होने के कारण तुरंत डॉक्टर को बुलाने को कहा। नर्स डॉक्टर के सोने की बात कहकर खुद इलाज करने में जुट गई। इस दौरान पत्नी की हालत और गंभीर होने लगी। उस समय प्रसूति विभाग में डॉक्टर जीवनलाल नायक केबिन में सोए थे। डॉक्टर को आवाज लगाने पर नर्स उन्हें मना कर दिया। लगभग 20-25 मिनट बाद नर्स के जगाने पर वे उठे और इलाज किया।
इस दौरान पत्नी के मुंह से झाग निकलने लगा और उसकी मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टर को मौत के लिए जिम्मेदार बताकर बस्ती के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान डॉक्टर के साथ हरिश चंद्र व अन्य लोगों से डॉक्टर की बहस भी हुई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
मंगलवार को जांच कमेटी की बैठक होगी। जिसमें दोनों पक्ष शामिल होंगे। बुधवार को रिपोर्ट सीडीएमओं को सौंपी
जाएगी। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
- डॉ. शशांक कवि शतपथी, डिप्टी सीएमओ, आरजीएच,राउरकेला।
मझे न्याय चाहिए। डॉक्टर जीवन नायक को सस्पेंड करने के साथ नर्स पर भी कार्रवाई हो। डॉक्टर सोए थे और नर्स ने जगाने से रोका। थोड़ी देर बाद उठाया लेकिन तब तक पत्नी की मौत हो चुकी थी।
- हरिश चंद्र पात्र, मृतक का पिता