कांग्रेस में डीसीसी पद पर असंमजस बरकरार
राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी में नेताओं के अलग-अलग राह पर चलने के बीच अब राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। जिसमें 29 व 30 अक्टूबर को सुंदरगढ़ जिले के दौरे पर आए पीसीसी पर्यवेक्षक यज्ञेश्वर बाबू ने राज्य में सभी जिला कमेटी भंग होने का ऐलान किया है। वहीं राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रवि राय का दावा है कि उनका पद अभी भी बरकरार है। जिससे आम कांग्रेसियों को यह समक्ष नहीं आ रहा है कि सच्चा कौन है और झूठा कौन है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी में नेताओं के अलग-अलग राह पर चलने के बीच अब राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। जिसमें 29 व 30 अक्टूबर को सुंदरगढ़ जिले के दौरे पर आए पीसीसी पर्यवेक्षक यज्ञेश्वर बाबू ने राज्य में सभी जिला कमेटी भंग होने का एलान किया है। वहीं, राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रवि राय का दावा है कि उनका पद अभी भी बरकरार है। जिससे आम कांग्रेसियों को यह समझ नहीं आ रहा है कि सच्चा कौन है और झूठा कौन है।
विदित हो कि गत 30 अक्टूबर को राउरकेला जिला कांग्रेस कार्यालय में सांगठनिक समीक्षा बैठक में शामिल होने के बाद पंथ निवास में पीसीसी पर्यवेक्षक यज्ञेश्वर बाबू ने मीडिया को बताया था कि वर्तमान राज्य में कांग्रेस की कोई कमेटी नहीं है। जिसमें प्रदेश कमेटी से लेकर सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया है। ऐसे में यदि कोई स्वयं को जिला कांग्रेस का अध्यक्ष बताकर दस्तखत कर प्रेस विज्ञप्ति जारी करता है तो यह गलत है। वे जिलाध्यक्ष के स्थान पर पूर्व जिलाध्यक्ष के तौर पर दस्तखत कर सकते हैं।
लेकिन डीसीसी अध्यक्ष रवि राय ने पुन: जिलाध्यक्ष के पद के नाम पर दस्तखत करने से विरोधी गुट के कांग्रेसियों ने इसे विवाद का रूप देने का प्रयास शुरू किया गया है। इसे लेकर रवि राय का दावा है कि जिला कमेटी भंग नहीं हुई है और अभी भी उनका अध्यक्ष पद बरकरार है। इसके समर्थन में उन्होंने वह चिट्ठी भी जारी की है जो उन्हें गत 13 अक्टूबर को सुंदरगढ़ में विधायक संतोष सिंह सलूजा, एआइसीसी सचिव शेख मस्तान वली की बैठक में आने के लिए कहा है। इस चिट्ठी में उन्हें राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में बुलाए जाने की जानकारी दी है।