सड़क-पानी की मांग पर रेल का रखा चक्का जाम
रेलवे ने जमीन के लिए राज्य सरकार से 110 करोड़ रुपये मुआवजा मांगा है। इसके चलते काम बाधित हो रहा है।
राउरकेला, जागरण संवाददाता। रेलवे से सड़क और पानी को लेकर गोपबंधुपाली में शुरू हुई लड़ाई आमरण अनशन से होती हुई सड़क और उसके बाद रेल पटरी तक पहुंच गई। बीएसनएल चौक से बासंती कॉलोनी तक फोरलेन सड़क में जमीन को लेकर रेलवे के अड़ंगे पर अब स्थानीय लोग आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। इसी कड़ी में रविवार को राउरकेला रेलवे स्टेशन के पास डेली मार्केट के आउटर पर रेल रोको आंदोलन कर इस्पात एक्सप्रेस को रोक दिया गया। करीब ढाई घंटे तक इस्पात रोकने के बाद रेलवे ने समस्या केसमाधान के लिए 15 दिन की मोहलत मांगी तब जाकर आंदोलन समाप्त हुआ।
टिंबर कॉलोनी के बीएसएनल चौक से बासंती कॉलोनी तक राज्य सरकार फोरलेन सड़क बना रही है। जिसमें बीेएसएनएल चौक से गोपबंधुपाली तक का काम लगभग पूरा हो चुका है। लेकिन वहां से आगे रेलवे की जमीन होने से अड़ंगा आ रहा है। रेलवे ने जमीन के लिए राज्य सरकार से 110 करोड़ रुपये मुआवजा मांगा है। इसके चलते काम बाधित हो रहा है।
बस्तीवासियों का कहना है कि सड़क नहीं बनने से पानी की पाइप लाइन का काम भी नहीं हो पाएगा। जिससे लोगों को परेशानी होगी। इस बात को लेकर अंचल के युवा नेता प्रकाश पासवान अन्य लोगों के साथ पिछले दिनों रेलवे के एडीईएन कायार्लय के समक्ष धरने पर बैठे थे। जिसका कोई नतीजा नहीं निकला तो शुक्रवार को पासवान ने समर्थकों के साथ एडीईएन कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन शुरू कर दिया। आंदोलन के दूसरे दिन शनिवार को अनशन पर बैठे लोगों की हालत बिगडऩे पर स्थानीय लोगों का धैर्य जवाब दे गया। प्रतिवाद में लोगों ने गोपबंधुपाली में चक्का जाम कर दिया। इसके बाद भी कोई नतीजा न निकलने से रविवार की सुबह लोगों ने राउरकेला स्टेशन के पास डेली मार्केट आउटर पर टिटिलागढ़ से हावड़ा जा रही इस्पात एक्सप्रेस को रोक दिया।
ट्रेन रोके जाने से यात्रियों को हुई भारी परेशानी
आंदोलनकारियों द्वारा ढाई घंटे तक इस्पात रोके जाने से ट्रेन में सफर कर रहे लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। आंदोलन के कारण राउरकेला स्टेशन पर उतरने वाले दर्जनों यात्री डेली मार्केट आउटर पर ही ट्रेन से उतर गए। जिनके पास ज्यादा सामान और छोटे बच्चे थे उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान कुछ यात्रियों ने अपनी बड़ी नाराजगी भी जताई।
आंदोलनकारियों ने आश्वासन मिलने पर तोड़ा अनशन
डेली मार्केट आउटर पर इस्पात रोके जाने की सूचना पाकर स्टेशन मैनेजर एके मिश्र, बंडामुंडा एआरएम नरेंद्र कुमार, आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एस अरिफिन, आरपीएफ ओसी गणेश पांडे, एसआइ राकेश कुमार सदलबल मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने आंदोलनकारियों से वार्ता प्रकाश पासवान से समस्या के समाधान के लिए 15 दिन की मोहलत मांगी। जिसके बाद उन्होंने अनशन तोड़ दिया।
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