बस्तीवासियों ने शोएब को बताया शहर का रोल मॉडल
नीट परीक्षा में शहर के आजाद मोहल्ला निवासी शोएब आफताब ने 720 में पूरे 720 अंक लाकर देश में टापर बनने का गौरव हासिल किया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नीट परीक्षा में शहर के आजाद मोहल्ला निवासी शोएब आफताब ने 720 में पूरे 720 अंक लाकर देश में टापर बनने का गौरव हासिल किया है। शोएब की इस सफलता पर राज्य समेत आजाद बस्ती के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बस्तीवासियों ने शोएब की सफलता पर अपने-अपने अंदाज में शाबासी देते हुए युवा पीढ़ी को आफताब से सीख लेने की नसीहत दी है। शोएब ने खुद के परिवार के साथ देश, राज्य, राउरकेला शहर समेत अपने इलाके के नाम रोशन किया है। जो शहर के लिए फº की बात है। शोएब आने वाली युवा पीढ़ी के लिए मिसाल बनेगा। उसने साबित कर दिया है कि मध्यमवर्गीय परिवार में रहते हुए इच्छा शक्ति दृढ़ होने पर कुछ भी नामुमकिन नही है।
-- करामत अली, बस्तीवासी। ओडिशा के साथ-साथ राउरकेला शहर के लिए बड़े ही गौरव की बात है। आज के आधुनिक युग में पढ़ने वाले बच्चों को शोएब से सीख लेना चाहिए। वह काफी कम लोगों से ही मिलता था। वह अधिक समय पढ़ाई के साथ अपने परिवारवालों के बताए रास्ते पर ही चलता था। मध्य वर्गीय परिवार के लिए मिसाल बन गया है।
-- सरफराज अहमद, बस्तीवासी। शोएब ने देश में टॉपर होकर खुद के साथ-साथ पूरी कौम को गौरवान्वित कर दिया है। उसके कारण आज शहर वासी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। फº हो रहा है कि हमेशा विभिन्न बातों को लेकर चर्चा में रहने वाली आजाद बस्ती से टैलेंटेंड शोएब ने 720 में से 720 अंक लाकर देश और समाज के बीच में एक हीरा निकल कर देश के हर एक शख्स को गौरवान्वित किया है। उसकी मेहनत रंग लाई है। युवा वर्ग शोएब से कुछ सीख सकेगा।
--- हसीब खान, बस्तीवासी। शोएब ने साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन के आगे कुछ भी नामुमकिन नही है। फº महसूस हो रहा है कि शोएब जैसा हीरा हमारी बस्ती से निकला है। सब जगह हमलोग फº से बोल सकेगें की हमारे बस्ती में शोएब जैसा हीरा भी रहता है। नीट की परीक्षा पास करना इतना आसान नही है। उसमें भी 720 में से 720 अंक लाना खुद में एक अजूबा जैसा है। इस अंचल के हर एक परिवार आज शोएब जैसा अपने बच्चें को शिक्षा के लिए प्रेरित करने का मन बना लिया है।
-- मो. जाबिर उर्फ गुड्डू, बस्तीवासी । शोएब और उसके परिवार के साथ-साथ खुद को भी गौरवशाली महसूस कर रहे है। हम खुशनसीब है कि हमारी बस्ती में शोएब जैसा हीरा निकला है। उसने यह साबित कर दिया है कि मध्यमवर्गीय परिवार में रहने वालों में हुनर और अक्ल की कमी नही है। यह पूरे शहर की नहीं सभी के लिए गौरव की बात है।
-- मो. अरमान हुसैन, बस्तीवासी। शोएब की सफलता के कारण हमलोग खुद को भी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। फº है कि हमारे अंचल से इतना होनहार बच्चा आज अपने शहर, जिला, राज्य के साथ पूरे देश में नाम रोशन कर रहा है। युवा पीढ़ी को आज की शिक्षा को हल्के में ना लेकर हर प्रयास हर दिन करना चाहिए। ताकि सफलता हर किसी के कदम चूमें।
-- फरीद अहमद, बस्तीवासी। शोएब आफताब की सफलता पर हमें गर्व है। बचपन से ही वह मेधावी था। नर्सरी से ही उसने हमारे स्कूल में पढ़ाई की थी। हर परीक्षा में उसे अच्छी रैंक मिलती थी। मैट्रिक की परीक्षा में 98 फीसद अंक के साथ वह स्कूल का टॉपर था एवं उससे हमें काफी उम्मीदें थी जो उसने कर दिखाया है। स्कूल के हर कार्यक्रम में वह शामिल होता था। उसके पिता मो. अब्बास भी इसी स्कूल के छात्र रहे हैं। वे भी हमेशा प्रोत्साहित करते रहे थे। अपने बेटे को नृत्य संगीत, नाटक में शामिल करने के लिए आग्रह करते थे। स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों में उसे पुरस्कार मिलते थे। अपने स्कूल के छात्र का नीट में ऑल इंडिया टॉपर बनना गौरव की बात है।
- एलेक्जेंडर डिसूजा, प्रिसिपल, डिसूजा स्कूल, राउरकेला।