Odisha Weather: ओडिशा में बारिश का दौर थमा, अब सर्दी का अहसास
rain in odisha. मौसम के बदले मिजाज के साथ ओडिशा में बारिश का दौर थम गया है। अब सर्दी का अहसास होने लगा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद इसके प्रभाव से राज्य भर में बुधवार की रात से जारी बारिश का असर राउरकेला समेत आसपास के अंचलों में भी देखा गया। जिससे यहां पर झमाझम बारिश के साथ रिमझिम बारिश का दौर शुक्रवार की सुबह थमा। इसी के साथ आसमान में बादल छाए रहे। रुक रुककर पड़ती हल्की-फुल्की फुहार के बीच सर्द मौसम का एहसास होने लगा।
इससे पहले गुरुवार की रात बारिश होने से इस्पात नगरी से लेकर राउरकेला महानगर निगम अंचल के कई स्थानों पर सड़कों पर पानी जमा रहा। इसके समेत कई घरों में बारिश का पानी घुसने से लोग परेशान रहे। वैसे शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाये रहे। लेकिन झमाझम बारिश का दौर थम गया था, हालांकि बीच-बीच में हल्की-फुल्की बारिश होती रही। गत बुधवार के दोपहर से बादल आसमान में मंडराने के साथ शाम के समय कभी झमाझम तो कभी रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। इसके बाद अगले दिन गुरुवार को भी दिन भर बारिश का दौर जारी रहा। जिसमें गुरुवार की शाम कुछ देर तक जोरदार बारिश होने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। इस बारिश के बाद शुक्रवार की सुबह से बारिश का दौर थम गया है।
बारिश से कच्चे घरों में रहने वालों की मुश्किल बढ़ीं
शहर और आसपास के इलाके में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश से कच्चे घरों में रहने वालों की मुश्किल बढ़ गयी है। बारिश से एक दर्जन से अधिक घर ढह गए हैं तथा बेघर लोग दूसरों के घरों में आश्रय लिए हुए हैं। प्रशासन की ओर से उन्हें अब तक सहायता नहीं पहुंचायी जा सकी है। सामाजिक कार्यकर्ता सोनू साहू, युवा नेता प्रकाश पासवान, जोया त्रिपाठी आदि लोग मौके पर पहुंचकर लोगों की सुध ली तथा मदद के लिए प्रशासन से गुहार लगायी है। शीतलपाड़ा बस्ती में चार घर बारिश के कारण ढह गए हैं। लंबू यादव का घर ढह गया है एक कमरे में सामान रखकर पूरा परिवार रह रहा है।
कचरा बाई चौहान का घर ढहने वे वह फिलहाल अपने दामाद के घर चली गयी हैं। सोनू सूना का घर ढहने वे वह अपने भाई के एक कमरे में रह रहा है। बुधन केरकेटा का घर भी ढह गया है एवं वह बेघर हो गया है। सेक्टर-20 हिलटॉप बस्ती में कामूनी नंद, लक्ष्मी कुम्हार, हिमाद्री प्रसाद, बैकुंठ नंद के घर ढह गए हैं। उन्हें पड़ोस के घरों में आश्रय लेना पड़ा है। मालगोदाम, गोपबंधुपल्ली, मधुसूदन पल्ली बस्ती में भी आधा दर्जन से अधिक घर ढह गए हैं। राजस्व निरीक्षण को इसकी सूचना दी गयी है तथा मदद की गुहार लगायी गयी है।