ठेका श्रमिकों के शोषण के खिलाफ सीटू का आंदोलन
सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों से इस्पात संयंत्रों में कार्यरत
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों से इस्पात संयंत्रों में कार्यरत ठेका श्रमिकों का शोषण जारी है। महंगाई रोकने में सरकारी विफलता ने मजदूरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसके खिलाफ सीटू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विष्णु महंती ने आंदोलन का एलान किया। सेक्टर-16 श्रमिक भवन में आयोजित सम्मेलन में श्रमिकों के शोषण के खिलाफ आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई। यूनियन के महासचिव विमान माइती ने श्रमिकों का स्वागत कर उनकी समस्याएं गिनाई। उपाध्यक्ष वनमाली धुपाल ने यूनियन के मांगपत्र पर चर्चा की। ठेका श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी, स्थाई श्रमिकों का न्यूनतम मूल वेतन ठेका श्रमिकों को प्रदान करने, 1999 से बंद वीडीए को फिर से चालू करने, वार्षिक तीन फीसद इंक्रीमेंट, 10 फीसद घर भाड़ा, परिवहन एवं यात्रा भत्ता, विभिन्न छुट्टी एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने, आरएसपी के ठेका श्रमिकों को समानुपातिक वेतन प्रदान करने आदि शामिल हैं। सम्मेलन में उपाध्यक्ष श्रीमंत बेहरा, बसंत नायक, अजय शर्मा, नारायण भुइयां, बीपी महापात्र, राजकिशोर प्रधान, प्रभात महंती, अरु दास, किशोर तांती, विश्वजीत माझी, कवि प्रधान, जीतनी तिर्की, दिवाकर महाराणा आदि ने अपने विचार रखे।