कंटेनमेंट जोन को एरिया के नाम से संबोधित न करने की मांग
पत्थरबाज पागल युवक की पिटाई का विरोध करने वाली कंटेनमेंट जोन की महिला की भी पिटाई किए जाने के बाद सड़क पर उतरी भीड़ के मामले को लेकर सोमवार की रात पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने प्लांट साइट थाना में प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : पत्थरबाज पागल युवक की पिटाई का विरोध करने वाली कंटेनमेंट जोन की महिला की भी पिटाई किए जाने के बाद सड़क पर उतरी भीड़ के मामले को लेकर सोमवार की रात पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने प्लांट साइट थाना में प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की। प्रतिनिधि मंडल में शामिल एजाज अख्तर ने बताया कि प्रशासन व पुलिस के साथ हुई बैठक सकारात्मक रही। बैठक में कंटेनमेंट जोन को एरिया के नाम से न बुलाने, लोगों को शक की निगाह से न देखने एवं कंटेनमेंट जोन में नियुक्त वेंडरों द्वारा ऊंचे दर पर खाद्य सामग्री बेचे जाने की शिकायत की गई। साथ ही स्थानीय दुकानों को सामान बेचने की अनुमति देने, क्षेत्र के दोनों एटीएम में पैसा डालकर उसे खोलने की मांग की गई जिसे प्रशासन की ओर से मान लिया गया है। कंटेनमेंट जोन को हटाने की मांग पर प्रशासन ने कहा है कि क्षेत्र के लोगों का नमूना संग्रह करने के बाद ही यह हटेगा। बताया कि वर्तमान उर्दू हाई स्कूल में नमूना संग्रह केंद्र बनाया गया है। जहां रोजाना 20 से 25 नमूने संग्रह किए जा रहे हैं। वर्तमान जिले में केवल दिन में 125 सैंपल टेस्टिग मशीन उपलब्ध है। जबकि सरकार से 400 सैपंल टेस्ट वाली पांच से छह मशीन मांगी गई है। इसके मिलते ही टेस्ट जल्द शुरू होगा। इसके अलावा बाहरी राज्य में फंसे अपनों को लाने के लिए प्रशासन द्वारा पास जारी करने की भी जानकारी दी गई। बैठक में डीआइजी कविता जालान, जिलापाल निखिल पवन कल्याण, आरएमसी के आयुक्त दिव्यज्योति परिड़ा, एसपी के शिवा सुब्रमणी, डीएसपी पीके मिश्र, थानेदार अनिल प्रधान सहित अफरोज अहमद, मो खालिद, मुन्ना बिलाल, तैयब कुरैसी, मकसूद आलम, सिद्दीक कुरैसी, मो इमाम, मो शमीम, शेख फिरदौस, मो आमिर, असलम खालिद आदि उपस्थित थे।
डीएसपी ने जारी की गाइडलाइन
डीएसपी जोन टू राउरकेला पीके मिश्र ने मंगलवार को मीडिया के लिए एक गाइड लाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन एरिया को उक्त क्षेत्र के नाम से न दर्शाते हुए मेन रोड़ राउरकेला नाम से उल्लेख करे। कंटेनमेंट जोन क्षेत्र का नाम समाचार पत्रों में आने के कारण इस क्षेत्र में रहने वाले विशेष वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके कारण सामाजिक सौहार्द भी बिगड़ रहा है।