आरजीएच की छत पर मौत की सवारी
जागरण संवाददाता, राउरकेला : करीब पांच दशक पूर्व निर्मित राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) की बि¨ल्डग
जागरण संवाददाता, राउरकेला : करीब पांच दशक पूर्व निर्मित राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) की बि¨ल्डग दम तोड़ने लगी है। आलम यह है कि आए दिन इसके कमरों में छत का प्लास्टर गिरता रहता है। शनिवार को यहां के निदान रूम में छत का प्लास्टर गिर जाने से दो कर्मचारी बाल बाल बच गए। इस संबंध में आरजीएच के सीएमओ डॉ. आरसी बेहरा ने अस्पताल में कई स्थानों पर ऐसी ही स्थिति होने की जानकारी देते हुए इस बारे में आरएंडबी विभाग को सूचित करने की बात कही। रविवार को आरजीएच की ऐसी बदहाल स्थिति को लेकर आसरा की सचिव मिनती देवता ने भी सुधार की मांग को आरजीएच प्रबंधन का ध्यान आकर्षित कराया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को पैथोलोजी लैब में दो कर्मचारी दोपहर के समय किसी काम से कमरे से बाहर निकल रहे थे तभी छत का प्लास्टर धड़ाम से गिर गया। दोनों कर्मचारी बाल बाल बच गए। इसकी सूचना मिलने से सीएमओ डॉ. आरसी बेहरा ने भी वहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। जिसके बाद आरएंडबी, रोड एंड बि¨ल्डग विभाग को भी इसकी जानकारी दी। रात को करीब आठ बजे विभाग के अधिकारियों ने यहां का जायजा लिया और कमरे का सामान बाहर निकालने के बाद सोमवार से मरम्मत कराने की बात कही है। दूसरी ओर सीएमओ डॉ आरसी बेहरा ने बताया कि यह भवन करीब 50 साल पुराना है। जिससे भवन के विभिन्न कमरों से छत का प्लास्टर आए दिन गिरता रहता है। इसके प्रति आरएंडबी विभाग का भी ध्यान आकर्षित कराया जा चुका है, हालांकि उसमें कोई पहल अब तक नहीं हुई है। वहीं आरजीएच में छत का प्लास्टर गिरने की जानकारी होने पर आसरा की सचिव मिनती देवता ने भी सहयोगियों के साथ मुआयना किया। उन्होंने इस तरह की घटनाओं से मरीजों की जान पर भी खतरा होने की आशंका जताते हुए सभी कमरों की जांच करने के बाद मरम्मत का काम जल्द शुरू करने की मांग की।