स्टेशन में प्लेटफार्म की चौड़ाई नहीं देती रैंप की अनुमति
राउरकेला स्टेशन में दिव्यांग व बुजुर्ग जनों के लिये सभी प्लटेफार्म पर रैंप बनाने की सांसद जुएल ओराम की मांग रेलवे ने खारिज कर दी है। इस मांग के जवाब में कहा गया है कि स्टेशन में प्लेटफार्म की चौड़ाई रैंप बनाने की अनुमति नहीं देती। वहीं दिव्यांग व बुजुर्ग लोगों के लिये एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिये पथ-वे होने की जानकारी देने के साथ प्लेटफार्म चार व पांच में लिफ्ट होने की जानकारी दी गयी है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला स्टेशन में दिव्यांग व बुजुर्ग जनों के लिए सभी प्लटेफार्म पर रैंप बनाने की सांसद जुएल ओराम की मांग रेलवे ने खारिज कर दी है। इस मांग के जवाब में कहा गया है कि स्टेशन में प्लेटफार्म की चौड़ाई रैंप बनाने की अनुमति नहीं देती। वहीं दिव्यांग व बुजुर्ग लोगों के लिए एक से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए पथवे होने की जानकारी देने के साथ प्लेटफार्म चार व पांच में लिफ्ट होने की जानकारी दी गयी है। जिसमें पथवे की बात तो सही है, लेकिन प्लेटफार्म चार व पांच में लिफ्ट बनने का काम अभी प्रगति पर ही है तथा यह अब तक शुरू नहीं हुआ है। जिससे रेलवे की ओर से लिफ्ट की सुविधा का दावा खोखला साबित हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे की ओर से विगत दिनों सांसद जुएल ओराम को रेलवे से जुड़ी उनकी विभिन्न मांगों को यथास्थिति से अवगत कराया गया था। इन मांगों में राउरकेला स्टेशन में रैंप न होने से व्हील चेयर के संचालन में परेशानी को देखते हुए तथा दिव्यांग व वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैटरी चालक कारों के आवागमन के लिए रैंप एफओबी का निर्माण करने की मांग शामिल थी। जिसमें रेलवे ने यहां पर रैंप एफओबी का निर्माण करने में तमाम तकनीकी दिक्कतों का हवाला देकर यह संभव न होने की बात कही है।
रेलवे ने बताया कि राउरकेला स्टेशन में प्लेटफार्म नंबर एक, दो और तीन, चार व पांच की चौड़ाई क्रमश: 16.4 मीटर तथा 10.6 मीटर है। जिसमें रैंप का प्रावधान नहीं दिया जा सकता। जिससे इसके बदले दिव्यांग व बुजुर्ग जनों के लिए स्टेशन के एक प्लेटफार्म से दूसरे में जाने के लिए पथ-वे (मार्ग) उपलब्ध होने तथा प्लेटफार्म नंबर एक, चार व पांच में लिफ्ट भी होने की जानकारी दी गयी है। लेकिन हकीकत यह है कि प्लेटफार्म नंबर एक व दो में एस्केलेटर तो बनी है, लेकिन प्लेटफार्म चार व पांच में लिफ्ट बनाने का काम अभी प्रगति पर ही है, जो अब तक पूरा नहीं हो सका है। जिससे यह पूरा होने के बाद ही यात्रियों को इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। ऐसी सूरत में दोनों प्लेटफार्म में लिफ्ट की सुविधा होने का रेलवे का दावा खोखला साबित हो रहा है।