वेतन समझौता व एरियर पर एनजेसीएस बैठक बेनतीजा
सेल अधीनस्थ श्रमिकों व कर्मचारियों के वेतन समझौता व एरियर को लेकर बुधवार को नई दिल्ली में एनजेसीएस की बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सेल अधीनस्थ श्रमिकों व कर्मचारियों के वेतन समझौता व एरियर को लेकर बुधवार को नई दिल्ली में एनजेसीएस की बैठक हुई। अपनी मांगों को लेकर श्रमिक संगठनों ने एकजुटता दिखाई। सेल प्रबंधन के प्रस्ताव पर संगठन राजी नहीं हुए एवं बैठक बेनतीजा रही। प्रबंधन के नकारात्मक रवैये को लेकर श्रमिक संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है एवं मांग मनवाने के लिए हड़ताल की तैयारी का ऐलान किया है।
राउरकेला इस्पात संयंत्र में मान्यता प्राप्त श्रमिक संगठन राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हिमांशु बल ने बताया कि बुधवार को निर्धारित समय पर नई दिल्ली में एनजेसीएस की बैठक हुई। सेल की चेयरमैन सोमा मंडल इसमें पहुंचकर स्वागत भाषण दिया और कहा कि शीघ्र ही वह एनजेसीएस समझौता करना चाहती हैं। इतना कहकर दूसरी बैठक में चली गई। इसके बाद ईडी पर्सनल केके सिंह ने बैठक का संचालन किया। विभिन्न बात कहकर मसला टाले जाने पर बीएमएस के डा. बसंत राय ने क्षोभ प्रकट किया और कहा कि प्रबंधन की ओर से यदि कोई पहल नहीं की जाती है तो 15 दिनों के अंदर हड़ताल के लिए विवश होंगे। दोपहर के बाद प्रबंधन की ओर से 10 वर्षीय एग्रीमेंट एवं 5 फीसद एमजीबी देने का प्रस्ताव दिया गया जिसका सभी संगठनों ने विरोध किया। ईडी पर्सनल केके सिंह ने कहा कि पहले एमजीबी पर चर्चा के बाद ही फ्रिज बेनिफिट पर चर्चा होगी। एक जनवरी 2017 से फिटमेंट तथा एरियर मार्च 2020 तक लाभ होने की स्थिति में देने तथा अप्रैल 2020 से एरियर वेतन समझौता के बाद देने की बात कही। पदनाम को लेकर प्रबंधन की ओर से बैठक फिर से बुलाने पर प्रस्ताव दिया गया। पांच फीसद एमजीबी का विरोध करते हुए सभी श्रमिक संगठनों ने आंदोलन करने की बात कही। बीएमएस की ओर से डा. बसंत राय, देवेद्र पांडे, राजेन्द्र नाथ महंतो, हिमांशु शेखर बल शामिल हुए थे। एनजेसीएस बैठक में एटक के नेता आदि नारायण, रामाश्रय प्रसाद सिंह एवं विनोद सोनी ने प्रबंधन के रवैये पर क्षोभ प्रकट किया। एटक संबद्ध राउरकेला स्टील मजदूर यूनियन की ओर से महासचिव प्रभात मिश्र ने कहा कि सेल प्रबंधन की ओर से श्रमिक विरोधी प्रस्ताव दिया गया है। 35 फीसद एमजीबी के साथ तुरंत सम्मान जनक समझौता नहीं होता है तो श्रमिक आंदोलन के लिए विवश होंगे। सीटू की ओर से प्रबंधन के पांच वर्षीय समझौता, 15 फीसद एमजीबी तथा डिप्लोमा आइटीआइ को एस-6 में नियुक्ति देने, पेंशन व हेल्थ पेंशन को लागू करने तथा ठेका मजदूरों की समस्या का समाधान करने की मांग की गई। प्रबंधन की ओर से एमजीबी व एरियर पर दिए गए प्रस्ताव का विरोध किया गया। बैठक में सीटू के तपन सेन, विष्णु महांती, ललित मिश्रा, विश्वरूप बनर्जी शामिल थे। उन्होंने सम्मान जनक मजदूरी के लिए आंदोलन की चेतावनी दी है।