किशोर-सुरेश की गलबहियां से नए समीकरण के संकेत
पश्चिम ओडिशा में आगामी चुनाव से पूर्व राजनीतिक समीकरण बनने-
जागरण संवाददाता, राउरकेला: पश्चिम ओडिशा में आगामी चुनाव से पूर्व राजनीतिक समीकरण बनने-बिगड़ने का दौर शुरू हो गया है। जिसमें कभी एक राजनीतिक समीकरण बिगड़ता है तो नए समीकरण बनने की खबर भी सुर्खियां बटारने लगती हैं। इससे पूर्व झारसुगुडा विधायक नवदास ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तारीफ में कसीदे पढ़ने के साथ बीजद में जाने की घोषणा की थी। जिससे झारसुगुड़ा में बीजद नेता व पश्चिम ओडिशा विकास परिषद के अध्यक्ष किशोर महंती के समथर्को को ठेस पहुंची थी। हालांकि मुख्यमंत्री की 24 जनवरी को झारसुगुड़ा में प्रस्तावित दौरे से पूर्व उनके दूत संजय दास वर्मा व प्रणव प्रकाश दास यहां डैमेज कंट्रोल करने पहुंचे थे। लेकिन जिस प्रकार से भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी तथा बीजद नेता किशोर महंती की गलबहियां की तस्वीर वायरल हुई है, उससे लगता है कि डैमेज कंट्रोल सही तरीके से नहीं हो पाया है। वहीं इन दोनों दलों के नेताओं की गलबहियां नए राजनीतिक समीकरण के संकेत भी दे रही है।
वैसे झारसुगुड़ा विधायक नवदास के बीजद में शामिल होने की घोषणा के बाद जिस प्रकार बीजद नेता किशोर महंती ने बार-बार अपना बयान बदला है, उससे लगता है कि इस नए राजनीतिक समीकरण में वे भी कोई महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। नवदास के बीजद में शामिल होने के बाद किशोर महंती ने कहा था कि बीजद में कोई भी आ सकता है, लेकिन वे नवदास का स्वागत नहीं करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री के दूत यहां पहुंचने के बाद उनका बयान नपा-तुला रहा। नवदास के मुद्दे पर उन्होने कहा कि घर में आए अतिथि का स्वागत किया जाता है। बीजद भी हमारा घर हैं, यहां भी अतिथि आए तो आए। इस बयान के बाद अब भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी तथा किशोर महंती की गलबहियां से यह आभास हो रहा है कि अब कोई तो नई राजनीतिक खिचड़ी तो नहीं पकने वाली है।