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फरार अपराधियों की शरणस्थली रहे हैं ओडिशा के कई शहर

बिहार झारखंड व उत्तरप्रदेश के फरार अपराधियों की शराणास्थली रहा है ओडिशा का राउरकेला यहां रहकर अपराधी कई वारदात भी कर चुके हैं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 02:28 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 02:28 PM (IST)
फरार अपराधियों की शरणस्थली रहे हैं ओडिशा के कई शहर
फरार अपराधियों की शरणस्थली रहे हैं ओडिशा के कई शहर

राउरकेला, जेएनएन। राउरकेला सहित ओडिशा के कई शहर बिहार, झारखंड व उत्तरप्रदेश के फरार अपराधियों के मुफीद ठिकाने रहे हैं। यहां रहते हुए वे कई आपराधिक वारदातों को अंजाम भी देते रहे हैं। राउरकेला से प्रतिबंधित संगठन सिमी के पांच आतंकी एक साथ पकड़े भी जा चुके हैं।

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मटका, जुआ व अपहरण जैसे अपराध में शामिल जमशेदपुर के जुगसलाई गौरीशंकर रोड निवासी रौशन अली और बागबेड़ा के अर्जुन ठाकुर का सिक्का कभी राउरकेला में खूब चलता था। इस तरह की आपराधिक गतिविधियों का केंद्र रहे ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला स्टील सिटी, संबलपुर, ब्रजराजनगर और इसके सटे इलाके को फरार अपराधियों की सुरक्षित शरणस्थली के रूप में माने जाते हैं।

सारण पुलिस की सूचना पर ब्रजराजनगर से दबोचा गया बिहार का डकैत गिरोह

बिहार के सारण जिले की पुलिस की सूचना पर ब्रजरानगर की पुलिस ने डकैत गिरोह के पांच सदस्यों को इसी साल विगत 9 सितंबर को बृजराजनगर के एक होटल में छापामारी कर गिरफ्तार किया था। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों में पटना दानापुर के अमन कुमार उर्फ रमण, वैशाली के रौशन कुमार, छपरा के रितेश कुमार, सारण के शंकर राम, धीरेंद्र पांडेय शामिल थे।

जमशेदपुर के रौशन अली का सुंदरगढ़ और राउरकेला में चलता था सिक्का जमशेदपुर के जुगसलाई गौरीशंकर रोड निवासी रौशन अली और बागबेड़ा के अर्जुन ठाकुर का सिक्का राउरकेला में चलता था। यहां मटका-सटका का धंधा रोशन अली ने खड़ा किया था। सुंदरगढ़ जिले के उद्योगपति गड़ौदिया का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया था। ओड़िशा और कोलकाता पुलिस को उसकी तलाश थी। वह पकड़ा गया और गड़ौदिया के अपहरण में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई। सुंदरगढ़ जेल में वह लंबे अर्से से बंद है। मूल रूप से वह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ का निवासी है। जमशेदपुर में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज थे। रौशन अली की हिदायतुल्लाह खान से उसकी पुरानी अदावत रही है। इसी तरह जमशेदपुर के कई आपराधिक गिरोह की सक्रियता राउरकेला में रही है।

अपराध होने पर जागती रही पुलिस, कई बार हुई धर-पकड़

अपराधियों के इन शहरों में शरण लेने के दौरान आपराधिक गतिविधि संचालित किए जाने की बात भी सामने आती रही। पुलिस को भनक तब लगती है जब अपराधी सक्रिय होकर शहर में अपराध को अंजाम देते और दिलवाते है। इसकी सत्यता झारखंड के कोल्हान प्रमंडल के जमशेदपुर, सरायकेला और चाईबासा, रांची,

बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ, आंध्र प्रदेश के आपराधिक गिरोह के सदस्यों और सिमी आतंकियों की गिरफ्तारी बयां करती रही है।

झारखंड के सुपारी किलर बबलू को 2018 में किया था गिरफ्तार झारखंड के सिमडेगा का सुपारी किलर बबलू पासवान को झारखंड पुलिस की सूचना पर ओडिशा के गंजाम और ब्रहमपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था जिसकी सक्रियता सुंदरगढ़ और राउरकेला में भी थी। 2018 में रांची का वांटेड अपराधी फिरोज खान की गिरफ्तारी राउरकेला से की गई थी।

22 मार्च को पकड़ा गया झारखंड का ट्रेन लुटेरा गिरोह

इसी साल विगत 22 मार्च को राउरकेला स्टेशन से रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र निवासी रंजन श्रीवास्तव, संजय गुप्ता समेत उसके गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने दबोचा था। इस आपराधिक गिरोह के सदस्य ट्रेन यात्रियों को झांसा देकर माल उड़ाने में सक्रिय रहते थे।

चार साल छिपे सिमी आतंकी

सिमी आतंकी महबूब, अमजद, जाकिर और खालिद को राउरकेला से फरवरी 2016 को पकड़ा गया ये मध्यप्रदेश के खंडवा जेल से अक्टूबर 2013 में भागे थे।

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