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झारखंड, बिहार को निकले सात सौ मजदूर ओडिशा में रोके गए

लॉक डाउन की शत-प्रतिशत सफलता को लेकर सूबे से लेकर जिलास्तर पर सोमवार को सीमाओं को सील किए जाने से अपने घरों को पैदल व वाहन के जरिये लौट रहे सैकड़ों श्रमिकों को बीच रास्ते में ही रोक लिया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 03:29 AM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 03:29 AM (IST)
झारखंड, बिहार को निकले सात सौ मजदूर ओडिशा में रोके गए
झारखंड, बिहार को निकले सात सौ मजदूर ओडिशा में रोके गए

जागरण संवाददाता, राउरकेला : लॉक डाउन की शत-प्रतिशत सफलता को लेकर सूबे से लेकर जिलास्तर पर सोमवार को सीमाओं को सील किए जाने से अपने घरों को पैदल व वाहन के जरिये लौट रहे सैकड़ों श्रमिकों को बीच रास्ते में ही रोक लिया गया। इसी क्रम में ओडिशा- झारखंड बांसजोर सीमा पर पुलिस ने 40 ट्रकों को रोककर उनमें सवार करीब सात सौ मजदूरों को बीरमित्रपुर स्थित सरकारी बालिका हाईस्कूल में आश्रय दिया है। नगरपालिका एवं सेवाभावी संगठनों की ओर से इनके लिए भोजन का प्रबंध किया गया। ये सभी लॉक डाउन खत्म होने तक यहीं रहेंगे। ओडिशा के सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, अनुगुल आदि जिलों में उद्योग तथा खदानों में काम बंद होने से झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि क्षेत्रों के श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में अनुगुल एवं संबलपुर जिले में खाद्य सामग्री लेकर गए 40 ट्रक सोमवार को वापस उत्तर प्रदेश, झारखंड एवं बिहार के लिए निकले। इन ट्रक के चालकों से बात करने पर वे भाड़ा मिलने पर ले जाने को राजी हो गए। मजदूरों ने एक दूसरे से मोबाइल पर संपर्क कर सभी ट्रकों में सवार हो लिए। राउरकेला आने तक ट्रकों में सात सौ से अधिक श्रमिक हो जाने से उन्हें तिरपाल डालकर छिपा दिया गया। लेकिन बांसजोर सीमा पर पुलिस ने सभी ट्रकों को रोक लिया। काफी मिन्नत करने के बावजूद पुलिस ने एक नहीं सुनीं और सभी श्रमिकों को अपने कब्जे में ले लिया। इसकी सूचना मिलने पर बीरमित्रपुर थाना प्रभारी आनंद माझी में मौके पर पहुंचकर इन श्रमिकों को सरकारी बालिका हाई स्कूल में बने अस्थाई शिविर में आश्रय दिया। इसके बाद सेवाभावी संगठन जनसेवा के दीपक कुमार अग्रवाल, संदीप जोशी, शंभू ईशरका आदि के सहयोग से उनके लिए भोजन का प्रबंध किया गया। आने वाले दिनों में बीरमित्रपुर नगरपालिका की ओर से सभी लोगों के लिए भोजन का प्रबंध किया जाएगा। इनमें 70 से अधिक ऐसे श्रमिक भी शामिल हैं जो संबलपुर क्षेत्र से तीन दिनों तक पैदल चलकर सीमा पर पहुंचे थे।

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बस्तीवासियों ने बाहर से आने वालों पर लगायी रोक

कोरोना संक्रमण को लेकर बस्ती क्षेत्र के लोग भी अब जागरूक हो गए हैं शहर के लूआकेरा, कईथाबसा बस्ती में बाहर से आने वाले लोगों  पर रोक लगा दी है। बस्ती में जाने वाले रास्ते की घेरा बंदी की गई है एवं स्थानीय युवक यहां पहरा दे रहे हैं।

लगा रखी देश के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने गए श्रमिकों की लौटने से बस्ती में इसके संक्रमण की संभावना बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखकर बस्ती की  घेराबंदी कर आने वालों पर नजर रखनी शुरू कर दी है । लाठी कटा ब्लॉक के कइथाबसा बस्ती  के युवकों ने प्रवेश पथ की  घेराबंदी करती है। यहां तक कि बाहर से आने वाले महिलाओं को भी रोक कर पहले मेडिकल जांच कराने को कहा जा रहा है। सेक्टर 13 लूआकेरा बस्ती में भी युवक पहरा लगा रहे हैं ।दिल्ली से काम कर लौटे दो युवकों को  बस्ती में घुसने से रोका गया। टिम्बर कालोनी में भी युवा बाहर से आने वालों पर नजर रख रहे हैं। दो दिन पहले चेन्नई से लौटे युवक को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया था।


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