Move to Jagran APP

दैनिक जागरण का कवि सम्मेलन प्रशंसनीय

जागरण संवाददाता, राउरकेला : दैनिक जागरण का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एक प्रशंसनीय पहल है। मैंने अपने स

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 May 2018 05:30 PM (IST)Updated: Thu, 24 May 2018 05:30 PM (IST)
दैनिक जागरण का कवि सम्मेलन प्रशंसनीय
दैनिक जागरण का कवि सम्मेलन प्रशंसनीय

जागरण संवाददाता, राउरकेला : दैनिक जागरण का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एक प्रशंसनीय पहल है। मैंने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में इस तरह का कार्यक्रम पहले नहीं देखा, इस सम्मेलन से जुड़े पल मेरे लिए किसी यादगार पल से कम नहीं होंगे। बुधवार की शाम सेक्टर-5 स्थित भंज भवन में आयोजित इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि पानपोष सब-कलेक्टर हिमांशु शेखर बेहरा ने यह बात कही।

loksabha election banner

इससे पूर्व मुख्य अतिथि ने अन्य सम्मानित अतिथियों, राउरकेला स्टील प्लांट के सीओसी रमेंद्र कुमार, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विश्वजीत महापात्र, राउरकेला वकील संघ के अध्यक्ष सत्य शर्मा, दैनिक जागरण जमशेदपुर यूनिट के एजीेएम दिलावर साहू, संपादकीय प्रभारी शशि शेखर, मार्के¨टग प्रमुख मनोज सिन्हा प्रमुख की उपस्थिति में सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया।

जीयें कुछ हल्के पल: डॉ. विश्वजीत

डॉ. विश्वजीत महापात्र ने अपने संबोधन में उदाहरण के माध्यम से लाफ्टर इज द बेस्ट मेडिसिन के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने एक अंग्रेजी पुस्तक अनोटोमी आफ इलनेस का जिक्र कर बताया कि किस प्रकार एक डॉक्टर की असाध्य बीमारी दूर करने में हास्य ने मुख्य भूमिका निभायी। उन्होंने जीवन की आपाधापी के बीच कुछ हल्के पल भी जीने की सलाह दी।

साहित्य-संस्कृति के विकास में भी जागरण आगे : सत्य शर्मा

राउरकेला वकील संघ के अध्यक्ष सत्य शर्मा ने कहा कि जागरण केवल समाचारों का प्रेषण नहीं करता, बल्कि सामाजिक सरोकारों का ध्यान रखने समेत साहित्य व संस्कृति के विकास में भी आगे रहता है। उन्होंने आशा जतायी कि जागरण आगे भी साहित्य को विकसित करने की दिशा में अपना काम करता रहेगा।

सीओसी रमेंद्र कुमार ने कवियों को दी खिलाड़ियों की संज्ञा

आरएसपी के सीओसी एवं बाल साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर रमेंद्र कुमार ने ऐसे रोचक अंदाज में अपनी बात रखी कि श्रोताओं के होठों से हंसी फूट पड़ी। उन्होंने वर्तमान आइपीएल सीजन चलने से चारों कवि की तुलना धौनी, कोहली, रैना व रोहित तथा महिला कवियित्री को मैरीकाम की संज्ञा दी। कहा कि इस कवि सम्मेलन में चौकों-छक्कों की बारिश के साथ मुक्कों की भी बरसात होगी। वहीं कवि हृदय पति को पत्नियों से मिलने वाली उलाहना को कवि व कपि का उदाहरण देकर परिभाषित किया तो श्रोता स्वयं को खिलखिलाकर हंसने से नहीं रोक पाये।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.