माता गौरी से मांगा सदा सुहागिन का वरदान
'अमर रहे सुहाग हमारा' इसी कामना के साथ सुहागिन महिलाओं न
जागरण संवाददाता, राउरकेला : 'अमर रहे सुहाग हमारा' इसी कामना के साथ सुहागिन महिलाओं ने शनिवार को दिन भर निर्जला उपवास रखकर करवा चौथ का व्रत किया। शहर में रहने वाले पंजाब, हरियाणा प्रदेश के प्रवासियों के अलावा अन्य क्षेत्र की महिलाओं ने सोलहों श्रृंगार करके चलनी से झांक कर चांद को देखा और पति के हाथों तांबे के लोटे से जल ग्रहण कर उनका आशीर्वाद लेते हुए व्रत तोड़ा।
शहर के बसंती कॉलोनी पाठागार समेत विभिन्न स्थानों पर महिलाओं ने पूजा पाठ में भाग लिया और कथा का श्रवण किया। पौराणिक कथा के अनुसार पत्नी की जरा सी गलती से पति की मौत हो जाती है एवं विधि विधान से गणेश गौरी की पूजन से वह पुनर्जीवित हो जाता है और दुबारा उसे अपना सुहाग मिल जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिस प्रकार करवा को गौरी व गणेश की पूजा करने से सुहागन होने का वरदान मिलता है उसी तरह आज भी सच्चे मन से करवा चौथ पूजा करने वारी महिलाओं के पति दीर्घायु होते हैं एवं सदा सुहागन होने का वरदान प्राप्त होता है। कथा में यह भी बताया जाता है कि सच्ची भक्ति से पूजा नहीं करने पर पति पर आपत्ति आती है एवं परिवार में अशांति होती है।