श्रद्धा से पूजा कर करम देव को दी विदाई
प्रकृति पूजक सरना धर्मावलंबियों ने भादो एकादशी पर करम देव क
जागरण संवाददाता, राउरकेला: प्रकृति पूजक सरना धर्मावलंबियों ने भादो एकादशी पर करम देव की पूजा अर्चना श्रद्धा के साथ की एवं शुक्रवार की सुबह अगले साल फिर सेवा का वचन देकर विदा किया। रात भर अखाड़ों में नाच गान चला एवं सुबह करम देव को नदी एवं तालाब के घाटों में विसर्जित किया गया। मौके पर करम देव के समक्ष कानों में जावा फूल लगाकर दोस्ती व भाइयों व रिश्तेदारों में अटूट रिश्ते का संकल्प भी लिया।
अच्छी फसल एवं परिवार में सुख समृद्धि की कामना करते हुए सरना धर्मावलंबी करम देव की पूजा भादो एकादशी पर करम देव की पूजा अर्चना की गयी। ओरामपाड़ा में दुर्गापुर कुरुख पड़हा पूजा कमेटी की ओर से करम पूजा की गयी। पुजारी सुंदरा ¨मज ने यहां करम देव की कथा सुनायी। इसमें करम कमेटी के अध्यक्ष अजीत पन्ना, उपाध्यक्ष लुदरा आरोम, सचिव सुकरा कुजूर, कोषाध्यक्ष लालू कुजूर की देखरेख में पूजा संपन्न कराया गया एवं शुक्रवार को करम देव का विसर्जन किया गया। इसी तरह जगदा में करम पूजा कमेटी की ओर से यूपी स्कूल के निकट अखड़ा में करम पूजा की गयी। यहां पहान भुरंगा ओराम व बीचा खलको ने करम देव की कथा सुनाई। अखाड़े में यहां रात भर नाच गान चला। इसी तरह झीरपानी महतो टोला, कुम्हारटोला, लुआकेरा, तुमकेला, गंगाधरपाली, मधुसूदनपाली, गोपबंधुपाली, बिरजापाली, बालूघाट, जलदा सी ब्लाक, फर्टिलाइजर, आरएस कालोनी, डुमेरता, बंडामुंडा के अलावा अन्य क्षेत्रों में करम देव की पूजा अखाड़े में की गयी। सुबह सभी ने जावा फूल एक दूसरे के कानों में लगाकर करम पूजा की बधाई दी तथा अटूट रिश्ते का संकल्प लिया। जावा फूल पुरुष पुरुष और महिला महिला के साथ आजीवन दोस्ती के बंधन में बांधने का प्रतीक भी माना जाता है।