काड़ो विडंगा डैम टूटा, कृषि के लिए पानी की कमी
सुंदरगढ़ सदर ब्लॉक अंतर्गत काड़ो विडंगा डैम टूटा से किसानों को काफी परेशानी हो गई है।
काड़ो विडंगा डैम टूटा, कृषि के लिए पानी की कमी
राउरकेला : सुंदरगढ़ सदर ब्लाक अंतर्गत सिकीपानी के पास काड़ो- विडंगा डैम टूट चुका है। 2005 में इसका निर्माण कराया गया था। यहां से चार गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता था। खेतों में रबी खेती के साथ सब्जी, धान, गेंहूं व अन्य फसल उगाकर ग्रामीणों की आजीविका चलती थी। कंक्रीट बांध कुछ ही साल में टूट गया। अब यहां सिंचाई के लिए पानी नहीं है। स्थानीय सरपंच विदेही माझी के साथ ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग का ध्यान आकृष्ट किया गया। विभागीय टीम मौके पर पहुंचकर इसका सर्वेक्षण किया गया है। इससे यहां फिर से स्थायी बांध निर्माण की उम्मीद जगी है। सुंदरगढ़ जिले के सदर ब्लाक क्षेत्र में झारसुगुड़ा सीमा पर कर्ला पंचायत अंतर्गत सिकीपानी डेडेलपाड़ा से एक किलोमीटर दूरी पर काड़ो बिडंगा डैम का निर्माण किया गया था। इससे आसपास के चार से अधिक गांव के खेतों में पानी पहुंच रहा था। इसके पानी का इस्तेमाल लोग विभिन्न काम में भी करते थे। देखरेख के आभाव में बांध टूट गया एवं करीब दो दशक से इलाके में जलसंकट है। इस संबंध में सरपंच वैदेही माझी, युवा नेता लेपक माझी, बंटी राउत समेत अन्य लोगों ने सामाजिक कार्यकर्ता डा. हिमांशु शेखर षडंगी से मिलकर बातचीत की फिर ब्लॉक के अधिकारी व लघु सिंचाइ्र विभाग के अभियंता का ध्यान आकृष्ट किया गया था। उन्होंने स्थानीय लोगों के हितों को ध्यान में रखकर काडो-बिडंगा बांध का फिर से निर्माण कराने का अनुरोध किया था। लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता को लेकर डा. षडंगी एवं गांव के लोग बांध स्थल पर पहुंचकर इसका सर्वेक्षण किया गया। इसका निर्माण होने से आसपास के 70 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई होने का आकलन किया गया है। इसके लिए राशि स्वीकृत कराने के बाद काम शुरु करने का भरोसा दिया है। गांव के किशोर गोवाल, विनोद काउड़ी, भुवनेश्वर किसान, किशोर राउत, अशोक काउड़ी, महेश काउड़ी, राजकुमार प्रधान, किरण किसान, रमाकांत पटनायक, विनोद आर्या, सुनील महानंद, महेश तांती आदि लोग इसमें शामिल थे।