आधार कार्ड से सुलझेगा जगदा डकैती कांड
बुधवार को 8-10 डकैतों ने नृसिंह त्रिपाठी के घर में धावा बोलकर डकैती को अंजाम दिया था। डकैती के बाद सभी बदमाश घटनास्थल से निकल गए थे।
राउरकेला, जेएनएन। जगदा में रिटायर आरआइ नृसिंह त्रिपाठी के घर बुधवार को दिनदहाड़े हुई सशस्त्र डकैती के मामले की तफ्तीश में जुटी राउरकेला पुलिस के हाथ एक आधार कार्ड लगा है। पुलिस को संदेह है कि यह डकैतों में से किसी एक का है जो भागने के क्रम में गिर गया था। पुलिस अब इस आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। फिलहाल इस आधार कार्ड की जानकारी पुलिस साझा नहीं कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार डकैती के बाद घटनास्थल की जांच करने के दौरान यह सफलता मिली। अब इस आधार कार्ड में मौजूद जानकारी के आधार पर गिरोह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि बुधवार को 8-10 डकैतों ने नृसिंह त्रिपाठी के घर में धावा बोलकर डकैती को अंजाम दिया था। डकैती के बाद सभी बदमाश घटनास्थल से निकल गए थे।
राउरकेला बैंक डकैती के आरोपियों को लाया गया ओडिशा
शहर के मुख्यमार्ग स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में 19 जून को हुई डकैती में संलिप्त आरोपितों की बिहार के गया में गिरफ्तारी के बाद ओडिशा पुलिस दोनों को रिमांड पर लेकर आ गई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अनुगुल एसपी मित्रभानु महापात्र की अगुआई में एक विशेष टीम बिहार गई हुई थी। मोबाइल के लोकेशन के आधार पर ओडिशा पुलिस ने आरोपितों के गया में छिपे होने की सूचना गया के एसएसपी को दी थी। जिसके बाद ओडिशा-बिहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ओमप्रकाश व राजेश दास की गिरफ्तारी की हुई थी। दोनों के पास से जेवरात, नकदी, हथियार आदि बरामद किए गए थे।
डकैती के रुपयों को प्रापर्टी में किया निवेश
गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि डकैतों के पास से लूटी गई रकम बरामद नहीं हो पाई है। आशंका है कि गिरोह के सदस्यों ने इस रकम का इस्तेमाल प्रापर्टी खरीदने में किया है। लिहाजा इसकी जांच कर प्रापर्टी की पहचान की जा रही है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश जारी है।