माता लक्ष्मी ने तोड़ा भगवान का रथ, लौटने की तैयारी
भगवान के रथ के सामने पूजा अर्चना करने के बाद उनके रथ नंदीघोष को तोड़ने की रस्म अदा की गई।
राउरकेला, जेएनएन। हेरा पंचमी पर बुधवार की रात को भगवान से रूठी माता लक्ष्मी को लेकर श्रद्धालु गुंडिचा मंदिर पहुंचे जहां भगवान के रथ को तोड़ने की रस्म को पूरा किया गया। इस मौके पर शहर के विभिन्न गुंडिचा मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
उधर, सेक्टर-5 गुंडिचा मंदिर में बुधवार की शाम को भगवान के नारायण वेश तथा गुरुवार की शाम को बामन वेश की पूजा की गई। बुधवार की रात को सेक्टर-3 जगन्नाथ मंदिर से भक्त भजन कीर्तन करते हुए आमबगान स्थित गुंडिचा मंदिर पहुंचे। यहां भगवान के रथ के सामने पूजा अर्चना करने के बाद उनके रथ नंदीघोष को तोड़ने की रस्म अदा की गई। इसके बाद भाई बलभद्र के रथ तालध्वज एवं बहन सुभद्रा के रथ दर्प दलन को दक्षिण दिशा में मोड़ा गया ताकि रविवार को बाहुड़ा यात्रा के साथ वे जगन्नाथ मंदिर में लौटें। इस मौके पर मंदिर में भजन कार्यक्रम हुआ।
वहीं, सेक्टर-8 गुंडिचा मंदिर में हेरा पंचमी पर उत्साह के साथ मनाया गया। सेक्टर-6 स्थित मंदिर से श्री पतितपावन नौ दिन के प्रवेश पर यहां हैं। मां लक्ष्मी को यहां देर रात को लाया गया जहां प्रभु जगमोहन का दर्शन किया गया तथा रथ तोड़ने का रस्म पूरा किया गया। मंदिर कमेटी के दिलीप दास, अशोक स्वाईं,
राम नायक, अक्षय जेना, प्रशांत बारिक, सुभाष पात्र, बसंत जेना, कृष तांती, प्रमोद कुमार पटनायक समेत अन्य लोग मां लक्ष्मी के साथ शोभायात्रा में शामिल हुए। वनमाली पलइ, प्रह्लाद राउत, अर्जुन बेहरा, चिरंजीवी डोरा, प्रसन्न रथ, प्रताप राव, विश्वनाथ गौढ़, लक्ष्मीधर मिश्र आदि लोग कीर्तन मंडली में शामिल थे।
दूसरी ओर जगदा गुंडिचा मंदिर में नीलकंठेश्वर सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित कोयलनगर सी ब्लाक के निकट जगदा स्थित महापात्र कांप्लेक्स परिसर स्थित गुंडिचा मंदिर में घोषयात्रा के चौथे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कवि चंद्र कला केंद्र के कलाकारों के द्वारा यहां भजन प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष सुबह तक बिश्वाल के साथ संगठन से जुड़े अन्य लोग शामिल हुए।सेक्टर-20 स्थित गुंडिचा मंदिर में भी हेरा पंचमी कार्यक्रम आस्थापूर्वक आयोजित किया गया।
कोयलनगर जगन्नाथ मंदिर से शोभायात्रा के साथ महिला पुरुष मां लक्ष्मी को लेकर यहां पहुंचे। कीर्तन एवं हुलहुली की ध्वनि से इलाका गूंज उठा। परंपरा के अनुसार यहां पूजा अर्चना के बाद प्रभु का दर्शन किया गया। मां लक्ष्मी के द्वारा भगवान कर रथ तोड़ने का रस्म पूरा करने के बाद लोग जगन्नाथ मंदिर में लौटे।
हेरापंचमी के अवसर पर बासंती कॉलोनी जगन्नाथ मंदिर से मां लक्ष्मी मालगोदाम स्थित मौसी मंदिर बुधवार देर रात पहुंची। इस दौरान पूजा अर्चना के पश्चात मां लक्ष्मी ने प्रबु जगन्नाथ का रथ तोड़ कर मुख्य दैतापती रविंद्र मोहन महांती के घर गयी। जहां मां लक्ष्मी को प्रसाद चढ़ाया गया। इस दौरान राजा डॉ जीबी बल ने मां लक्ष्मी को मना कर रात दस बजे वापस बासंती कॉलोनी जगन्नाथ मंदिर ले गये।
जिसके पश्चात मंदिर कमेटी की ओर से प्रसाद सेवन का आयोजन किया गया था। मंदिर कमेटी के सदस्य तथा लोगों ने प्रसाद सेवन किया। इस अवसर पर कमेटी अध्यक्ष पीके कर, महासिचव अक्षय कुमार दास, सह सचिव सुरेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष प्रफुल्ल साहु आदि ने सहयोग किये।