उद्योगपतियों व व्यवसायियों ने आम बजट को सराहा
बाईपास रोड स्थित चैंबर भवन में बजट लाइव देखने के लिए सदस्यों के साथ टैक्स व कानून के जानकार भी शामिल हुए।
By BabitaEdited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 12:45 PM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2018 03:05 PM (IST)
v style="text-align: justify;">राउरकेला, जागरण संवाददाता। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को देश का आम बजट पेश किया। इसे राउरकेला चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज से जुड़े सदस्यों व पदाधिकारियों ने एकसाथ टीवी के सामने बैठकर बजट का लाइवप्रसारण देखा और बजट की समापप्ति पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान अधिकतर लोगों ने बजट को ग्रामीण, किसान तथा कृषि उद्योग को बढ़ावा देने वाला बताते हुए इसकी खुले मन से सराहना की। वहीं कुछ लोगों ने इसे एक सामान्य बजट बताया। बाईपास रोड स्थित चैंबर भवन में बजट लाइव देखने के लिए सदस्यों के साथ टैक्स व कानून के जानकार भी शामिल हुए।
चैंबर के अध्यक्ष केके पोद्दार, उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल व मलय मंडल, महासचिव राजेश गर्ग, वित्त सचिव प्रवीण गर्ग की मौजूदगी में सदस्यों ने आम बजट देखकर चर्चा की। उद्योग, व्यवसाय क्षेत्र में मिलने वाली सुविधाओं पर उपस्थित लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। खासकर शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा, उत्पादन, रेलवे विकास व सुरक्षा, वाइफाई सेवा आदि की प्रशंसा की गई। पूर्व अध्यक्ष जीएस अग्रवाल, गोपाल बगडिय़ा, संतोष पारिक, बृजमोहन अग्रवाल, रामोतार अग्रवाल, विनोद शर्मा, सुब्रत पटनायक, महेश जे वजीर, सुनील कयाल, कानूनी सलाहकार केडी लाठ, राधेश्याम अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, ऐश्वर्या अग्रवाल, सदस्य आरपी गुप्ता, वाइके डालमिया समेत अन्य लोग शामिल थे।
आम बजट में छोटे व्यवसायी एवं आम लोगों के लिए कुछ खास नहीं किया गया। आयकर में छूट की सीमा को बढ़ाकर कम से कम तीन लाख रुपये करनी चाहिए थी जिससे सामान्य वर्ग के लोगों को लाभ मिल पाता पर ऐसा नहीं हुआ। अगर एक नजर में कहूं तो कुल मिलाकर यह बजट संतुलित है।
ओम प्रकाश बापोडिय़ा, व्यवसायी।
इस साल का आम बजट उद्योगपतियों व व्यापारियों के लिए अच्छा है। वार्षिक 50 करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वाले उद्योगों को 25 फीसद टैक्स देना पड़ता था। इसकी सीमा बढ़ाकर ढाई सौ करोड़ तक की गई है जिससे उद्योगपतियों को राहत और प्रोत्साहन दोनों मिलेगा।
राजेश गर्ग, महासचिव, राउरकेला चैंबर
कृषि, स्वास्थ्य, पशु व मत्स्य पालन को इस बजट से बढ़ावा मिलेगा। व्यवसाय एवं उद्योग में टैक्स चोरी पर रोक लगाने के लिए सिस्टम शुरू किया गया है। आने वाले दिनों में इसका परिणाम अच्छा होने की पूरी उम्मीद है। हम सरकार से अच्छे की उम्मीद अवश्य कर सकते हैं।
ऐश्वर्य अग्रवाल, चार्टर्ड एकाउंटेंट
आम बजट में चुनाव-2019 के लिए कुछ खास रहने की उम्मीद थी पर ऐसा नहीं हुआ। वरिष्ठ नागरिकों को राहत दी गई। वार्षिक 50 करोड़ करोबार पर 25 फीसद टैक्स था जिसका दायरा बढाकर 250 करोड़ किया गया जिससे उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा। इसका फायदा सभी को होगा।
मनोज कुमार अग्रवाल, पूर्व वित्त सचिव, राउरकेला
चैंबर बजट से आम लोगों को जो उम्मीद थी वह नहीं मिली। जीएसटी लगने के बाद छोटे व्यवसायी की परेशानी दूर करने के लिए कुछ नहीं किया गया। आयकर में भी किसी प्रकार की राहत नहीं दी गई है। आने वाले दिनों में सरकार लोगों के कितना और क्या करेगी यह देखना अभी बाकी है।
बृजमोहन अग्रवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, कैट।
कुल मिलाकर अच्छा बजट है। इस बजट में युवाओं की दक्षता के विकास को लेकर उठाया कदम सराहनीय है। इससे युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। कृषि पर भी सरकार ने ध्यान दिया है। इसके समेत इसमें महिला सशक्तिकरण के प्रति भी विशेष ध्यान देना प्रशंसनीय है।
दिलीप कुंवर, शिक्षक
बजट आम नागरिकों के लिए अच्छा है। इससे ग्रामीण एवं किसानों के साथ साथ कृषि उद्योग को भी प्रोत्साहन मिलेगा। लोगों को आयकर में राहत मिलने के साथ साथ अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को मेडिक्लेम की सुविधा भी मिल सकेगी। यह एक सकारात्मक कदम है।
सुनील कयाल, पूर्व अध्यक्ष, राउरकेला चैंबर।
आम बजट स्वागत योग्य है। वरिष्ठ नागरिकों को पांच लाख रुपये का बीमा, मेडीक्लेम की सुविधा दी गई है। कृषि, उद्योग, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के लिए अच्छा बजट है। इस बजट में छोटे उद्योग जो अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं उन्हें राहत नहीं मिली है।
शुभ पटनायक, पूर्व अध्यक्ष, राउरकेला चैंबर
आम लोगों को आयकर की छूट मिलनी चाहिए थी जो नहीं मिली। इसका असर आगे देखने को मिलेगा। सरकार ने आगामी चुनाव के मद्देनजर यह बजट तैयार किया है। जो लोगों की उम्मीद पर खरा नहीं उतरता। बजट में कुछ भी नया नहीं है। सरकार ने वही सपना दिखाया है जो वह अब तक करती आई है।
सत्य शर्मा, अध्यक्ष, राउरकेला बार एसोसिएशन
यह एक संतुलित बजट है। रोजगार क्षेत्र को महत्व दिया गया है, ग्रामीण अंचल के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इस बजट में युवाओं व छात्र समाज का भी ध्यान रखा गया है। यह बजट सराहनीय है। इसमें आम आदमी को राहत मिलती नजर आ रही है खासकर गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को।
रमेश बल, पूर्व अध्यक्ष, राउरकेला वकील संघ।
बजट ऐतिहासिक है। इसमें सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। कृषि से लेकर कारपोरेट वल्र्ड तक सबके लिए कुछ न कुछ है। इससे देश विकास पथ पर आगे बढ़ेगा। कृषि और उद्योग को प्रमुखता मिलने से नए अवसर पैदा होने की उम्मीद बढ़ गई है। इसका सीधा फायदा लोगों को होाा।
अनूप अग्रवाल, युवा उद्यमी
कृषि, स्वास्थ्य, पशु व मत्स्य पालन को इस बजट से बढ़ावा मिलेगा। व्यवसाय एवं उद्योग में टैक्स चोरी पर रोक लगाने के लिए सिस्टम शुरू किया गया है। आने वाले दिनों में इसका परिणाम अच्छा होने की पूरी उम्मीद है। हम सरकार से अच्छे की उम्मीद अवश्य कर सकते हैं।
ऐश्वर्य अग्रवाल, चार्टर्ड एकाउंटेंट।
बजट इस लिहाज से ऐतिहासिक रहा कि देश के 50 करोड़ से अधिक नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। यह सरकार का क्रांतिकारी फैसला है। जिसमें नागरिकों को 5-5 लाख रुपये तक की मदद मिल जाएगी। आयकर से राहत ने जरूर कुछ लोगों को निराश किया है।
निहार राय, पूर्व नगरपाल
आम बजट में मध्यम व्यापारी व छोटे उद्योगों के लिए कुछ नहीं है। किसान, बीपीएल परिवार वालों को सुविधा दी गई है। कृषि उत्पाद पर समर्थन मूल्य बढ़ाने की जरूरत थी। बजट में घोषणा आम लोगों तक पहुंच पाना चाहिए तभी यह सार्थक होगा। कुल मिलाकर यह चुनावी बजट है।
के के पोद्दार, अध्यक्ष, राउरकेला चैंबर आफ कामर्स
देश के अधिकतर लोग ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं। इस बजट में किसान, मजदूर एवं कृषि उद्योगों को इस बजट में प्रोत्साहन दिया गया है। कृषि, पशु पालन, मत्स्य पालन को भी इस बजट से बढ़ावा मिलेगा। फ्री गैस का कोटा भी बढ़ाया गया है जो अच्छा है। इसे सकारात्मक बजट कहा जाएगा। जो देश को आगे लेजाएगा।
महेश जे वजीर, पूर्व अध्यक्ष राउरकेला चैंबर।
कम आय वर्ग वालों के लिए यह बजट अच्छा है। बजट में कृषि, बीमा, शिक्षा एवं किसानों को राहत दी गई है। आयकर में छूट से लोगों को और लाभ मिलता पर ऐसा नहीं हुआ है। बजट में किसी नया टैक्स शामिल नहीं किया गया है जो अच्छा संकेत है।
राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, चार्टर्ड एकाउंटेंट।
उद्योगों में 25 फीसद तक बजट में प्रधानमंत्री कौशल योजना के तहत 306 स्थानों पर केंद्र खुलेंगे। इससे युवाओं की निपुणता बढ़ेगी। ब्रॉड बैंड का दायरा बढऩे से ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट सुविधा मिलेगी तथा प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे क्षेत्र में भी इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। इसका फायदा लोगों को होगा।
नरेश आर्या, चेयरमैन यूनिटेक ग्रुप एवं चैंबर के सचिव टैक्सेशन एंड बैंकिंग
यह बजट मेरी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा है, मध्यम वर्ग व उच्च वर्ग के कर दाताओं के लिए इस बजट में कुछ नहीं है। जबकि काफी उम्मीद थी कि इसका दायरा बढऩे से लोगों को राहत मिलेगी। लोंग टर्म केपिटल गैन टैक्स स्वीकार नहीं हैं।
डा. विश्वजीत महापात्र, राउरकेला।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें