आरएसपी में नवनिर्मित सम्मेलन कक्ष का उद्घाटन
आरएसपी में नवनिर्मित सम्मेलन कक्ष का उद्घाटन
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कार्यपालक निदेशक (खान) के कार्यालय में पुनर्निर्मित सम्मेलन कक्ष का उद्घाटन कार्यपालक निदेशक (खान) एके कुंडू द्वारा किया गया। महा प्रबंधक (खान) पीके राय, महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-केंद्रीय समन्वयन) एन श्रीनिवासन, महाप्रबंधक (ई एंड एल) एम श्रीनिवासु, महाप्रबंधक (पीएंडडी) एस प्रसाद, खान विभाग सचिवालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। सम्मेलन कक्ष को टाइल वाले फर्श, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, एयर कंडीशनिंग सिस्टम के साथ पुनर्निर्मित किया गया है। इसमें आडियो विजुअल सिस्टम एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग का भी प्रविधान है। विशेष रूप से ओडिशा ग्रुप आफ माइंस को पिछले साल आरएसपी में शामिल किया गया था। इसलिए यूनिट की बैठकों और सभा को आयोजित करने के लिए सुसज्जित एक सम्मेलन कक्ष की बुनियादी आवश्यकता थी। व्यवसायिक सेटअप इकाई के स्मार्ट कामकाज को आगे बढ़ाने में मदद करेगा जो कंपनी की कच्चे माल की जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की प्रक्रिया में है।
कन्हैयालाल के हत्यारों को मिले फांसी की सजा
: भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्पन में इंटरनेट मीडिया में पोस्ट करने पर राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयाला की निर्मम हत्या कर दी गई। विश्व हिंदू परिषद की ओर से इस पर क्षोभ प्रकट किया गया एवं दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की गई है। विहिप के वरिष्ठ नेता शांतनु कुसुम ने इसे तुष्टीकरण की राजनीति का परिणाम बताया है। हत्या में इस्लामिक कट्टरपंथी शामिल हैं जिन्हें पकड़ने व फांसी की सजा देने की मांग उन्होंने की है। नुपुर शर्मा ने मीडिया में तर्क वितर्क के समय धर्म को लेकर अपनी टिप्पणी दी थी। इस पर उसे भी हत्या, दुष्कर्म की धमकी भी दी गई है। उन्होंने जो बयान दिया है वह मनगढ़ंत नहीं बल्कि धार्मिक पुस्तक पर आधारित था। इस परिस्थिति में नुपुर के समर्थन में खड़ा होना हिंदू समाज का कर्तव्य था। बयान का विरोध करने वालों को पहले उस धार्मिक पुस्तक का विरोध करना चाहिए या इसके खिलाफ न्यायालय में जाना चाहिए। धमकी देना, जगह जगह रैली निकालना, जानमाल को नुकसान पहुंचाना तालिबानी मानसिकता का परिचायक है। लोकतांत्रिक देश भारत के लिए यह उचित नहीं है। शांतनु कुसुम ने केंद्र सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग की है।
Edited By: Jagran
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