अब बगैर जोखिम उठाए काम कर सकेंगे कर्मचारी
सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र के कोल केमिकल विभाग में शुक्रवार को सीसीडी के उपकरणों के लिए एक नए नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (अनुरक्षण) राम नारायण नायक ने किया।
जासं, राउरकेला : सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र के कोल केमिकल विभाग में शुक्रवार को सीसीडी के उपकरणों के लिए एक नए नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (अनुरक्षण) राम नारायण नायक ने किया। मुख्य महाप्रबंधक (एआइ एवं सीएंड आइटी) ए प्रमाणिक, मुख्य महाप्रबंधक (सीओ एवं सीसी) आइ राजन, महाप्रबंधक प्रभारी (इंस्ट्रूमेंटेशन) एमके महांती और कोल केमिकल विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी (सीसीडी) केके पात्र ने इस संभव बनाने में शामिल सभी विभागों को धन्यवाद दिया। उप महाप्रबंधक (सीसीडी) एस पटनायक और वरिष्ठ प्रबंधक (सीसीडी), रवीश पटीदार ने अतिथियों को नियंत्रण कक्ष में स्थापित प्रणाली के कार्यकारिता और फायदे के बारे में बताया।
उल्लेखनीय है कि कोल केमिकल विभाग में स्थापित एक्जॉस्टर और बूस्टर आरएसपी की सभी खपत इकाइयों को कोक ओवन गैस की आपूर्ति के लिए सबसे अहम उपकरण हैं। ईंधन गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इन उच्च गति की मशीनों का निर्बाध संचालन आवश्यक है। इन मशीनों के संचालन के लिए नियंत्रण कक्ष मशीन हाउस में स्थित था। क्षेत्र में कोक ओवन और मिश्रित गैस के संपर्क में आने से उपकरण की विश्वसनीयता प्रभावित हो रही थी। नियंत्रण कक्ष के सीमित स्थान में लंबे समय तक रहना जोखिमपूर्ण था, इसलिए उस क्षेत्र में कार्य करने वाले ऑपरेटरों के लिए हानिकारक था।
कोल केमिकल विभाग के कर्मीसमूह द्वारा सोच-विचार के बाद मशीन हाउस बिल्डिग से सीसीडी आपातकालीन नियंत्रण कक्ष भवन में नियंत्रण कक्ष को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। प्रतिष्ठित आपूर्तिकर्ताओं द्वारा टर्नकी के आधार पर कार्य के निष्पादन में लगभग 1.2 करोड़ खर्च होने वाले थे। इसलिए इन-हाउस संसाधनों के माध्यम से कार्य को निष्पादित करने का निर्णय लिया गया। हैवी मेंटीनेंस (इलेक्ट्रिकल) और सामग्री प्रबंधन विभाग के सहयोग से कोल केमिकल विभाग और इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग द्वारा 9 महीने के भीतर नए नियंत्रण कक्ष को स्थानांतरित कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि, पूरी कार्य लगभग 43 लाख रुपए की लागत से पूरी की गई जिसके परिणामस्वरूप आरएसपी के लिए लगभग 77 लाख की प्रत्यक्ष वित्तीय बचत हुई। नई सुविधा से उपकरणों की विश्वसनीयता में सुधार होगा और उपकरणों की विफलता को भी कम करेगा। इस उल्लेखनीय उपलब्धि को हासिल करने हेतु युवा प्रबंधकों की कार्यकारी टीम में वरिष्ठ प्रबंधक सीसीडी आरके सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक सीसीडी आरएन सेठी, प्रबंधक सीसीडी ए बाखला, वरिष्ठ प्रबंधक इंस्ट्रूमेंटेशन रवीश पटीदार और उप प्रबंधक हेवी मेंटीनेंस (इलैक्ट्रिकल) रवि तेजा शामिल थे। सहायक महा प्रबंधक (सी.सी.डी.), श्री पीयूष जैन ने कार्यक्रम का स†चालन किया । -------------