एहतियात के बाद भी फैल रहा एचआइवी
आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में एचआइवी पॉजिटिव एवं एड्स मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में एचआइवी पॉजिटिव एवं एड्स मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिले में एचआइवी पॉजिटिव की संख्या 1015 है। जिले में कुल 755 मरीज दवा का सेवन कर रहे हैं जबकि अन्य बाहर चले गए या उनकी मौत हो गई है। 19 साल में 155 मरीजों की मौत हुई है। राउरकेला केंद्र में 19 साल में कुल 1,24,851 की जांच की गई। राउरकेला के आइसीटीसी- 1 एवं 2 में वर्ष 2003 से 47624 पुरुष, 32430 महिला, 272 किन्नर, प्रसूति पूर्व 44,624 समेत 1,24,851 की जांच की गई जिसमें से 437 पुरुष, 240 महिला, 10 किन्नर समेत 722 लोग एचआइवी पॉजिटिव पाये गए हैं।
काम के लिए बाहर जाने से हो रहे एड्स के शिकार : सुंदरगढ़ जिले से बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष व युवतियां काम के सिलसिले में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई व कोलकाता समेत अन्य बड़े शहरों में जाते हैं। जहां वे शारीरिक शोषण के साथ अनैतिक संबंधों समेत अन्य कारणों से इसकी चपेट में आ रहे हैं। वहां से लौटने के बाद अन्य से शारीरिक संबंध स्थापित होने से यह रोग फैल रहा है।
जिले में चार संगठन कर रहे हैं काम :
जिले में एड्स मरीजों के अलावा पुरुष व महिला देह व्यापार करने वालों को जागरूक करने और इससे बचाव के लिए चार संगठन मुख्य रूप से काम रहे हैं। राउरकेला के छेंड कॉलोनी स्थित संस्था भरसा्र, छेंड कॉलोनी की सेवक, कुआरमुंडा की मदानी बाहर से आने वालों, काम के सिलसिले में अन्य शहरों में जाकर लौटने वालों पर न सिर्फ नजर रख रही है बल्कि उन्हें बचाने के लिए जागरूक करने का अभियान चला रही है। साथ ही ऐसे लोगों को समाज में सम्मान से साथ जीने का अधिकार दिलाने के लिए काम कर रही है। वहीं केयर एंड सपोर्ट यूनिट विहान एड्स रोगियों की देखभाल तथा इसे फैलने से रोकने पर काम कर रही है।
जिले में आठ केंद्रों पर होती है जांच :
सुंदरगढ़ जिले में आठ केंद्रों पर एचआइवी की जांच गुप्त तरीके से होती है। आइसीटीसी-1 सुंदरगढ़ जिला चिकित्सालय, आइटीसीटी-2 सुंदरगढ़ जिला चिकित्सालय, आइसीटीसी-1 आरजीएच राउरकेला, आइसीटीसी-2 आरजीएच राउरकेला, आइसीटीसी सदर अस्पताल बणई, सामुदायिक चिकित्सा केंद्र राजगांगपुर, सामुदायिक चिकित्सा केंद्र बीरमित्रपुर, सामुदायिक चिकित्सा केंद्र कुतरा शामिल हैं। आइसीटीसी की ओर से सरगीपाली, मझापाड़ा, बड़गांव, कोइड़ा, किजिरकेला, हाथीबाड़ी, कुआरमुंडा, सबडेगा, हेमगिर व एस बलांगा में भी काम किया जा रहा है। राउरकेला केंद्र-1
वर्ष जांच पॉजिटिव
-2003 118 7
-2004 263 10
-2005 805 13
-2006 1438 22
-2007 2636 21
-2008 2005 37
-2009 2589 33
-2010 2393 14
-2011 3160 27
-2012 3160 16
-2013 4035 22
-2014 5276 14
-2015 4583 21
-2016 4637 48
-2017 4804 56
-2018 4508 58
-2019 4360 32
-2020 4719 37
-2021 3722 35 राउरकेला केंद्र-2
वर्ष जांच पॉजिटिव
-2007 1459 2
-2008 2544 2
-2009 3949 5
-2010 3222 7
-2011 4764 8
-2012 5380 23
-2013 5682 25
-2015 3453 13
-2016 4558 19
- 2017 4715 11
-2018 5259 15
-2019 6238 15
-2020 4706 9
-2021 5212 14
कुल 199