हॉकी इंडिया के फैसले को हॉकी गांगपुर ने हाई कोर्ट में दी चुनौती
ओडिशा के ओलंपियॉड व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को लेकर गठित हॉकी गांगपुर की टीम का पंजीकरण हॉकी इंडिया की ओर से रद कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : ओडिशा के ओलंपियॉड व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को लेकर गठित हॉकी गांगपुर की टीम का पंजीकरण हॉकी इंडिया की ओर से रद कर दिया गया है। अब ओडिशा हॉकी टीम केवल नेशनल गेम्स में भाग ले सकेगी। हॉकी गांगपुर को इससे वंचित करने के फैसले को ओडिशा हाई कोर्ट मे चुनौती दी गई है।
हॉकी के विकास को ध्यान में रखकर 2013 में हॉकी गांगपुर का गठन किया गया था ताकि अधिक से अधिक हॉकी खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेल में भाग ले सकें। हॉकी गांगपुर के अध्यक्ष पद्मश्री दिलीप तिर्की तथा देवाशीष गौड़ ने महासचिव का पदभार संभाला। संगठन से अर्जुन पुरस्कार प्राप्त सुनीता कुल्लू, ओलंपियाड लाजरुस वार्ला, विलियम खलको, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी प्रबोध तिर्की, सुभद्रा प्रधान, रोशन मिज जैसे खिलाड़ी कार्यभार संभाल चुके हैं। दिलीप तिर्की के राजनीति में जाने के बाद लाजरुस वार्ला को अध्यक्ष बनाया गया तथा वह हॉकी गांगपुर के कोच भी बने। इसी तरह सुंदरगढ़ जिले के गांगपुर टीम के संयोजक का दायित्व संगठक सुशांत बेहरा को दिया गया। 2013 से सब- जूनियर, जूनियर, सीनियर वर्ग में हॉकी गांगपुर की पुरुष व महिला टीम ने हिस्सा लिया एवं अच्छा प्रदर्शन भी किया है। ए डिवीजन व डी डिवीजन में राष्ट्रीय चैंपियन भी बना। यहां तक कि दीपसेन तिर्की, शिलानंद लकड़ा, आनंद लकड़ा, प्रताप लकड़ा, जीवन केसरी टोप्पो, फिलिसिया टोप्पो एवं सिल्वर मेडल जूनियर ओलंपियाड विजेता प्रदीप चिरमाखू जैसे खिलाडी हॉकी गांगपुर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2019 में हॉकी इंडिया की ओर से एकतरफा नया नियम लागू किया गया। इसमें एक राज्य से एक टीम के आधार पर हॉकी इंडिया को नोटिस दिया गया है। जुलाई 2020 में हॉकी गांगपुर टीम का पंजीकरण मान्य होगा। इसके बाद हॉकी गांगपुर के पंजीकण को रद कर दिया गया। यह हॉकी के गढ़ सुंदरगढ़ के खिलाड़ियों के साथ अन्याय है। हॉकी गांगपुर के महासचिव देवाशीष गौड़, उपाध्यक्ष प्रबोध तिर्की ने सभी सदस्यों से विचार विमर्श करने के बाद हॉकी इंडिया के फैसले को ओडिशा हाई कोर्ट मे चुनौती दी है तथा न्याय की गुहार लगाई है।