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ऐतिहासिक उषाकोठी गुफा व प्रचीन गढ़ उपेक्षित

विश्व के पुरातत्विक मानचित्र में ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले का भी प्रमुख स्थान है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 09:42 AM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 09:42 AM (IST)
ऐतिहासिक उषाकोठी गुफा व प्रचीन गढ़ उपेक्षित
ऐतिहासिक उषाकोठी गुफा व प्रचीन गढ़ उपेक्षित

जागरण संवाददाता, राउरकेला : विश्व के पुरातत्विक मानचित्र में ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले का भी प्रमुख स्थान है। यहां के ऐतिहासिक शिलालेख, गढ़, दुर्ग, गुफा की कहानी हजारों साल पुरानी है। किवदंती व कहानियों में भी इसका उल्लेख है। हेमगिर, टांगरपाली एवं लेफ्रीपाड़ा ब्लॉक इसमें प्रमुख है। जिले में पर्यटकों को आकृष्ट करने वाले हेमगिर के जूनागढ़, माणिकमुड़ा, लेफ्रीपाड़ा के उषाकोठी, टांगरपाली के बेलसरागढ़ का नाम सबसे ऊपर है जिसमें सुंदरगढ़ का इतिहास छिपा है। प्राचीन शिलालेख, कलाकृति की सुरक्षा नहीं होने से यह नष्ट होने लगे हैं। इस ओर प्रशासन व पुरातत्व विभाग की भी नजर नहीं जा रही है। सुंदरगढ़ जिले में ऐतिहासिक शिलालेख, चित्र तथा कलाकृति आज भी देखने को मिलते हैं। इस पर शोध एवं अध्ययन की जरूरत है। इनकी सुरक्षा के लिए प्रशासन एवं पुरातत्व विभाग की ओर से पहल नहीं हो रही है जिससे धीरे धीरे यह नष्ट हो रहे हैं। पूर्व पाषाण युग से लेकर रामायण, महाभारत युग तथा शरब वंशीय राजा से लेकर कोशल राज्य तक का इतिहास एवं किंवदंतयिां साक्षी यहां की गुफा हैं। टांगरपाली ब्लॉक में प्रसिद्ध ऐतिहासिक पीठ बेलसरागढ़ स्थित अखरपहाड़ एवं चुड़ापहाड़ी गुफा, लेफ्रीपाड़ा ब्लॉक के उषाकोठी शैलाश्रय, हेमगिर स्थित ऋषिबिल, जूनागढ़, माणिकमुड़ा गुफा समेत अन्य क्षेत्रों में शिलालेख व चित्र हजारों साल पुराने हैं। अनुसंधान के लिए यहां काफी अवसर हैं। ये इलाके दुर्गम क्षेत्र में होने के बावजूद पर्यटक यहां आ रहे हैं। प्रशासनिक उपेक्षा के कारण आरक्षित जंगल में स्थित शिलालेख, कलाकृतियां तथा गुफा आदि पर संकट है। प्रकृति के दोहन व जंगल की कटाई के कारण भी इस पर खतरा उत्पन्न हो गया है। जिला संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, खनिज प्रतिष्ठान से भी इसे आवश्यक सुविधा नहीं मिल पा रही है। राउरकेला फिल्म फेस्टिबल में जुटेंगे देश भर के कलाकार : राउरकेला फिल्म क्लब, राउरकेला फिल्म एसोसिएशन एवं फेम फिल्म इंस्टीट्यूट की ओर से सात दिसंबर को सिविक सेंटर में पांचवें राउरकेला फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। इसमें लघु फिल्मों का प्रदर्शन होने के साथ ही देश भर के 128 कलाकार आमंत्रित हैं जिन्हें सम्मान दिया जाएगा। सात दिसंबर को सुबह 11 से रात 9 बजे तक सिविल सेंटर में यह फिल्म फेस्टिवल चलेगा।

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