ट्रेन में यात्रा के दौरान हुआ हार्ट अटैक, आइजीएच में बची जान
असम के जोरहाट निवासी को ट्रेन में यात्रा के दौरान हार्ट अर्टक हो गया, उन्हें गंभीर हालत में आइजीएच लाया गया जहां उनकी जान बच गयी।
राउरकेला, जेएनएन। असम के जोरहाट निवासी जितन केनाथ का 25 नवंबर को ट्रेन में यात्रा के दौरान हृदयाघात हुआ था। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए आइजीएच लाया गया था। जहां चिकित्सकों ने तत्काल इलाज कर उनकी जान बचा ली। जीतन केनाथ की पत्नी सोनिया केनाथ ने आइजीएच के चिकित्सक दल के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि यहां कोई जान पहचान का नहीं होने के बावजूद बेहतर इलाज किया।
जीतन केनाथ 25 नवंबर को मुंबई से कोलकाता के रास्ते गुवाहाटी के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहे थे। रात करीब 1.50 बजे छाती में दर्द होने व सांस की तकलीफ होने पर रेलवे स्टेशन में ट्रेन से उतारा गया और आइजीएच लाया गया। जब अस्पताल पहुंचे तक उनकी नाड़ी ठीक नहीं चल रही थी एवं रक्तचाप भी बिल्कुल कम था एवं बेचैनी महसूस कर रहे थे। उन्हें बचाने के लिए यूनिट में भर्ती किया गया तथा रक्तचाप बढ़ाने के लिए आवश्यक यंत्र के साथ वेंटिलेशन पर रखा गया। जांच में उन्हें हृदयाघात का पता चला। इसके साथ ही दाएं फेफड़े में निमोनिया पाया गया।
आइजीएच के उप महानिदेशक डॉ. केसी काशी, डॉ. सुशील कुमार व टीम ने सफलता पूर्वक इलाज किया एवं उनकी हालत में सुधार आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अस्पताल परिवार ने एक अजनबी का इलाज कर जीवन बचाने में अहम भूमिका निभाई जिसके लिए परिवार के लोगों ने प्रबंधन के प्रति
आभार प्रकट किया।