अमृत योजना से वंचित गोपबंधुपल्ली की आनंदधाम बस्ती
राउरकेला महानगर निगम अंतर्गत गोपबंधुपल्ली की आनंदधाम बस्ती के
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला महानगर निगम अंतर्गत गोपबंधुपल्ली की आनंदधाम बस्ती के तीन सौ से अधिक परिवार अमृत योजना से वंचित है जिससे इस बस्ती के लोग जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग के पाइप लाइन के पानी से वंचित हो गए हैं। अमृत योजना का इलाके में सर्वेक्षण होने के बाद काम शुरू नहीं होने से लोगों में असंतोष है।
वार्ड नंबर-13 अंतर्गत गोपबंधुपल्ली में आनंद धाम चौक तक अमृत योजना का पाइप लाइन बिछाने का काम दो महीने पहले पूरा हो गया है। आनंद धाम बस्ती के लोगों को काम शुरू होने की उम्मीद थी पर विभाग की ओर से इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है जिससे यह उम्मीद भी धूमिल होने लगी है। चार दशक पुरानी बस्ती में विभिन्न कोष से चार नलकूपों का खनन किया गया था जो खराब पड़े हैं। बस्ती में पानी की आपूर्ति के लिए आइओसीएल की ओर से करीब 25 लाख रुपये की लागत से ओवर हैड टंकी का निर्माण कराया गया था यह भी तीन साल से बंद पड़ा है। बस्ती के लोगों को पीने के पानी के लिए दो से तीन सौ मीटर दूर दूसरी बस्ती के निजी बो¨रग से पानी लाकर काम चलाना पड़ रहा है।
--
बस्ती में पानी का संकट 20 साल से है। यहां नलकूप खनन के लिए वाहन नहीं घुस सकता। एक नलकूप खनन की अनुमति मिली थी पर वह भी रद हो गई। अमृत योजना में बस्ती वासियों को हक मिलना चाहिए।
- रंजीत मंडल।
--
अमृत योजना में बस्ती में पाइप नहीं लग पाई है। गर्मी के दिनों में पानी के लिए अधिक दिक्कत होती है। आने वाली गर्मी से पहले पानी मिलने की उम्मीद थी पर यह संभव नहीं लग रहा है। अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए। - कन्हैया शर्मा।
--
बस्ती में 30 साल से अधिक समय से रह रहे हैं एवं पानी की समस्या हर साल बढ़ती जा रही है। पीना पानी खरीद कर पीते हैं। इसमें महीने में चार से साढे चार सौ रुपये लगता है। सरकारी पानी मिलने से अच्छा होता।
- रंजीत तांती।
--
घर के आसपास पानी पाइप जोड़ने का साधन नहीं है। करीब तीन सौ मीटर दूर दूसरी बस्ती से 15 से 20 हजार रुपये का पाइप जोड़ कर पानी ला रहे हैं। इसमें पैसा लगने के साथ परेशानी भी है। अमृत योजना ही एक उम्मीद है।
- पंकज तांती।
--
अमृत योजना में पाइप लाइन बिछाने के लिए नगरनिगम के सभी क्षेत्रों में सर्वेक्षण हुआ है। गोपबंधुपाली व मालगोदाम क्षेत्र में काम बाकी है। इसका काम शीघ्र ही शुरू किया जाएगा एवं लोगों को पानी दिया जाएगा। आइओसीएल का पानी टंकी पीएचईडी ने अपने अधीन नहीं लिया है।
- एके पटेल, कार्यपालक अभियंता, जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग।