न्याय मांगने एडीएम दरबार पहुंची युवतियां
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) से विस्थापित परिवार के सदस्यों को नौकरी नहीं मिल पाई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) से विस्थापित परिवार के सदस्यों को नौकरी नहीं मिल पाई है। जिससे जमीन गंवाने के बाद भी उनका आय का जरिया नहीं है एवं उनकी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर उनके खाते में फर्जी तरीके से दूसरे लोग अपना नाम चढ़ाकर नौकरी कर रहे है। झीरपानी की सविता मिज की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है पर कार्रवाई नहीं हुई है। विस्थापित परिवार की दो बहनों ने एडीएम कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
सविता मिज ने बताया है कि इस्पात संयंत्र के लिए मंदिरा डैम के निर्माण के दौरान विजय कुमार मिज के खाता संख्या-77 से 2.44 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया तथा उनके परिवार के लिए राजगांगपुर के समलईमुंडा में पुनर्वास किया गया। परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलनी थी पर गलत तरीके से उनकी जगह फर्टिलाइजर इलाके के पाउलूस मिज ने उनके हिस्से की नौकरी ले ली। जब उन्हें इसका पता चला हो थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। अब वह सेवानिवृत्त हो चुका है। उसे थाना बुलाकर पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में मुआवजा देने के लिए कहा गया। चार बहन प्रीति, सविता, रोजी व उर्मंती की शादी व भरण पोषण के लिए वह 20 लाख रुपये देने के लिए राजी भी हुआ था पर अब वह मुकरने लगा है। उनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं होने के कारण झीरपानी में 1500 रुपये मासिक भाड़ा देकर एक घर में रहती हैं एवं दूसरों के घरों में काम कर किसी तरह आजीविका चला रही हैं। उनकी शिकायत के बाद एडीएम ने आरएसपी के सीईओ को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने का निर्देश दिया है।