कुसुम, प्रशांत, विकास व रोहित के प्रदर्शन पर टिकी नजर
इस बार जिले में आम चुनाव के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ रहे क
जागरण संवाददाता, राउरकेला: इस बार जिले में आम चुनाव के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ रहे कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनका चुनाव में प्रदर्शन कैसा रहेगा, इसे लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है। ऐसे प्रत्याशियों में सुंदरगढ़ सदर विधानसभा से भाजपा की प्रत्याशी कुसुम टेटे, रघुनाथपाली से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रशांत सेठी, राउरकेला से निर्दलीय विकास मानसिंह, बीरमित्रपुर से कांग्रेस प्रत्याशी रोहित जोसेफ खेस समेत पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल की दो बेटियां सुंदरगढ़ लोकसभा से बीजद की प्रत्याशी सुनीता बिस्वाल व सुंदरगढ़ सदर से कांग्रेस के टिकट पर अमिता बिस्वाल मैदान में हैं। इनमें से कुसुम टेटे को छोड़कर बाकी सब पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। लोगों की उत्सुकता 23 मई तक बनी रहेगी।
सुंदरगढ़ सदर विधानसभा सीट की बात करें तो इस सीट से गत बार बीजद की प्रत्याशी कुसुम टेटे थीं। जिन्हें 2014 में तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी जोगेश कुमार सिंह से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं इस बार भी वे बीजद से टिकट की प्रबल दावेदार थीं। लेकिन जोगेश सिंह ने बीजद का दामन थामने से अब वह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। जबकि बीजद के पूर्व नेता प्रशांत सेठी अब कांग्रेस के टिकट पर रघुनाथपाली से मैदान में हैं। राउरकेला से बीजद के प्रत्याशी शारदा नायक के खिलाफ निर्दलीय विकास मानसिंह ने ताल ठोकी है। बीरमित्रपुर से आदिवासी नेता व विधायक जार्ज तिर्की के बेटे रोहित जोसेफ तिर्की को कांग्रेस ने टिकट दिया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल की दो बेटियों में से बड़ी बेटी सुनीता बिस्वाल बीजद के टिकट पर लोकसभा तो छोटी बेटी अमिता बिस्वाल कांग्रेस के टिकट पर सदर विधानसभा से मैदान में हैं। 23 मई को परिणाम निकलने के बाद ही पता चलेगा कि इन नेताओं द्वारा पाला बदलकर चुनाव लड़ने अथवा परिवारवाद को बढ़ावा देने वाले नेताओं को यहां के मतदाताओं ने क्या जवाब दिया है। हालांकि इनमें से कोई भी प्रत्याशी जीतेगा उस पर सिकंदर वाली कहावत लागू होगी।