निजी स्कूलों के मैसेज से अभिभावक परेशान
कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद रखे गए हैं। अप्रैल महीने से ही बच्चों को मोबाइल एप पर शिक्षा दी जा रही है।
ागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद रखे गए हैं। अप्रैल महीने से ही बच्चों को मोबाइल एप पर शिक्षा दी जा रही है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है एवं अधिकतर लोगों का कामधंधा भी बंद पड़ा है। ऐसे में शहर के निजी स्कूलों की ओर से फीस जमा करने का नोटिस दिया जा रहा है। मोबाइल पर इसके लिए मैसेज भेजे जा रहे हैं जिससे अभिभावकों में रोष है।
कोरोना महामारी के कारण दो महीने तक पूरी तरह से लॉकडाउन में रहना पड़ा। अनलॉक शुरु होने के बाद कारोबार एवं कामकाज में थोड़ी छूट मिली है एवं जिंदगी धीरे धीरे पटरी पर आने लगी है। समाज के हर वर्ग के लोगों की आय इससे प्रभावित हुई है। स्कूलों की फीस में कटौती करने या पूरी तरह से छूट देने के लिए विभिन्न संगठनों ने सरकार का ध्यान आकृष्ट किया है। निजी स्कूलों में मार्च में ही नामांकन हो जाता है एवं वार्षिक चार्ज के साथ तीन महीने की फीस जमा करा ली जाती है। पर इस साल ऐसा नहीं हो पाया है। दूसरे राज्यों की सरकारों द्वारा फीस में कमी एवं छूट पर विचार किया जा रहा है पर ओडिशा सरकार के साथ स्कूल संगठन की बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है। स्कूल संगठन फीस छोड़ने को तैयार नहीं हुए हैं। अब स्कूलों की ओर से फीस जमा करने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है इससे अभिभावकों की चिता बढ़ गई है। बगैर पढ़ाई के पूरी फीस देने को अनुचित बताते हुए अभिभावकों की ओर से छूट की मांग प्रशासन से की गई है।