जगन्नाथ मंदिरों में देव स्नान पूर्णिमा आज, तैयारियां पूरी Puri News
देव स्नान पूर्णिमा सोमवार को प्रभु जगन्नाथ के साथ भाई बलभद्र सुभद्रा का विधि पूर्वक स्नान कराया जाएगा उसके बाद भगवान अणवसर गृह में चले जाएंगे।
राउरकेला, जेएनएन। जगन्नाथ संस्कृति व परंपरा के अनुसार देव स्नान पूर्णिमा सोमवार को प्रभु जगन्नाथ के साथ भाई बलभद्र, सुभद्रा का विधि पूर्वक स्नान कराया जाएगा। इसे लेकर सेक्टर-3 जगन्नाथ मंदिर के अलावा शहर के दो दर्जन से अधिक मंदिरों में विशेष तैयारी की गई हैं। सुबह से शाम तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
स्नान के बाद भगवान 15 दिन के लिए अणवसर गृह (विशेष कक्ष) में चले जाएंगे एवं भक्त उनका दर्शन नहीं कर पाएंगे। शहर के सबसे बड़े जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-3 अहिराबंध में देव स्नान पूर्णिमा की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। सुबह 4.45 बजे मंगल आरती के साथ विधि पूजा आरंभ होगी। 5 बजे सूर्य पूजा, 5.45 बजे द्वारपाल पूजा, 7.45 बजे श्रीमंदिर में ध्वजारोहण के बाद सेक्टर-2 मंगला मंदिर को स्नान पूर्णिमा का आमंत्रण भेजा जाएगा।
मां के आदेश के बाद 9.10 बजे भगवान की आरती होगी। 10.10 बजे भगवान को रत्न ¨सहासन से पहंडी (एक व्यवस्था) करते हुए स्नान मंडप में लाया जाएगा। इसके बाद चतुर्धा मूर्ति का स्नान होगा। 12.15 बजे राउरकेला के तहसीलदार विश्वरंजन रथ के द्वारा भगवान का छेरापहंरा किया जाएगा। 12.30 बजे देवी देवताओं का षोड्ष उपचार होगा। 4.45 बजे भगवान बीमार पड़ेंगे एवं उनका गजानन वेश में श्रृंगार होगा। गजानन वेश दर्शन के बाद शाम को संध्या आरती होगी।
रात 11 बजे भगवान अणवसर गृह में प्रवेश करेंगे। 15 दिन तक यहां केवल सेवक की उनकी सेवा कर सकेंगे। 2 जुलाई को भगवान की आंखें खुलेंगी। नेत्रोत्सव एवं नौ यौवन दर्शन होगा। 4 जुलाई को भाई बहन के साथ रथयात्रा पर निकलेंगे एवं मार्ग में भक्तों को दर्शन देंगे। 12 जुलाई को उनकी बाहुड़ा यात्रा होगी। जगन्नाथ मंदिर में मुख्य पुजारी त्रिनाथ पाढ़ी, परमेश्वर पति व मंटू पंडा पूजा अर्चना कर रहे हैं। इसी तरह हनुमान वाटिका, कोयलनगर, प्लांट साइट जगन्नाथ मंदिर, झीरपानी, पानपोष समेत दो दर्जन से अधिक जगन्नाथ मंदिरों में देव स्नान पूर्णिमा पर कार्यक्रम आयोजित होंगे।
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