सर्पदंश से मौत पर अनुकंपा राशि शीघ्र देने की मांग
आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले के सुदूर गांवों में सर्पदंश से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले के सुदूर गांवों में सर्पदंश से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। पखवाड़े भर में पांच से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। विहिप के प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम नृसिंह चरण स्वाईं से मिलकर आश्रितों को शीघ्र ही अनुकंपा राशि दिलाने की मांग की है।
सुंदरगढ़ जिले में 17 जून को धरुआडीह थाना क्षेत्र के असमगड़ी गांव में सर्पदंश से 60 वर्षीय कांदरी मुंडा की मौत हुई थी। 22 को हेमगिर ब्लाक के कनिका में 45 वर्षीय विधवा गीता बोदरा, 29 मई को के-बलांग थाना क्षेत्र के सानफकीरमुंडा गांव में सूरन ओराम की नौ वर्षीय बेटी अंकिता ओराम तथा इसी दिन टांगरपाली ब्लाक के खुटगांव में 36 वर्षीय विजय किसान की सर्पदंश से जान गई थी। 30 जून को गुरुंडिया थाना क्षेत्र के बड़ तुरमुरा गांव के गणेश किसान की पत्नी 30 वर्षीय पार्वती किसान की मौत हुई है। पार्वती का दस दिन का एक बच्चा भी है। विहिप के पश्चिम प्रांत धर्म प्रसार प्रमुख शांतनु कुसुम के साथ प्रतिनिधियों ने एडीएम से आश्रितों को शीघ्र मुआवजा राशि प्रदान करने का आग्रह किया है। टाउन क्षेत्र में मिला नवजात का शव
टाउन थाना क्षेत्र के पत्रापड़ा स्थित निजी क्लिनिक के सामने नाले के निकट गुरुवार की सुबह नवजात शिशु का शव पड़ा मिला। स्थानीय लोगों से इसकी खबर मिलने के बाद पहुंची टाउन पुलिस ने शव को जब्त कर घटना की छानबीन कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। पहले भी इस क्लिनिक के निकट अर्ध-विकसित शिशुओं के शव या भ्रूण पाए गए हैं।