Move to Jagran APP

कभी-कभी ऐसे भी आ जाती है मौत...

जिंदगी व मौत का भी अजीब फलसफा है,कभी-कभी मौत ऐसे भी आ जाती है कि सहसा यकीन नहीं होता।

By Edited By: Published: Wed, 03 Oct 2018 10:38 PM (IST)Updated: Thu, 04 Oct 2018 07:53 AM (IST)
कभी-कभी ऐसे भी आ जाती है मौत...
कभी-कभी ऐसे भी आ जाती है मौत...

राउरकेला, जेएनएन । जिंदगी व मौत का भी अजीब फलसफा है। जब कोई मौत से बाल-बाल बच जाये तो मुंह से बरबस निकलता है कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोय। लेकिन कभी-कभी मौत ऐसे भी आ जाती है कि सहसा यकीन नहीं होता कि जिसे हमने कुछ देर पहले देखा था, वह अब इस दुनिया में नहीं रहा। गुरुद्वारा रोड स्थित होटल अनुराग के मालिक घनश्याम अग्रवाल के पुत्र अनूप अग्रवाल की मौत भी ऐसी परिस्थिति में हुई कि यकीन करना मुश्किल हो रहा है। लेकिन यह सच है कि अनहोनी को कौन टाल सका है।

loksabha election banner

इस असामयिक मौत ने अनूप अग्रवाल के 14 साल के बेटे व 16 साल की बेटी से पिता का साया छीन लिया है। इस घटना के बाद से गुरुद्वारा रोड में मातम पसरा है। बुधवार को गमगीन माहौल में दिवंगत अनूप अग्रवाल की वेदव्यास घाट में अंत्येष्टि की गई। अंतिम यात्रा में शहर के सभी समाज व समुदाय से जुडे लोग शामिल रहे। होटल अनुराग के मालिक, त्रिशक्ति सेवा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष व अमर भवन के पूर्व अध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल के पुत्र अनूप अग्रवाल (46) राउरकेला तथा पुरी में अपना होटल का कारोबार देखा करते थे। मंगलवार की शाम वे खाना खाने के बाद गुरुद्वारा रोड स्थित आवास से वैगनआर कार लेकर सिविल टाउनशिप के लिए निकले थे। वापसी में वे राउरकेला महानगर निगम कार्यालय के समक्ष स्थित फिटनेस पार्क से होकर गुजर रहे थे।

जैसे ही वे रात के करीब 8.30 बजे पार्क के मुख्य गेट के पास पहुंचे तो पार्क में लगा यूकोलिप्टस का एक विशाल पेड़ उनकी कार पर गिर पड़ा। पेड़ ड्राइविंग सीट की ओर गिरने के कारण वे इसके नीचे दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। इसका पता चलने से स्थानीय लोगों समेत पुलिस ने पहुंचकर अनूप को कार से निकालकर इलाज के लिए इस्पात जनरल अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना की खबर मिलते ही जनकल्याण संगठन के प्रमुख एवं पूर्व नगरपाल नरेंद्र त्रिपाठी, मारवाड़ी युवा मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष नरेश अग्रवाल, कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ब्रिजमोहन अग्रवाल, त्रिशक्ति सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी दौलत अग्रवाल समेत समाज से जुडे अन्य गणमान्य यहां पहुंचे। अनूप की मौत की सूचना समाज के लोगों को मिलने समेत सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद भी लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि मौत ऐसे भी आ सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.