ड्रेन निर्माण के लिए हरे भरे पेड़ों की बलि
स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर के विभिन्न अंचलों में ड्रेन एवं र
जागरण संवाददाता, राउरकेला: स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर के विभिन्न अंचलों में ड्रेन एवं रास्ता बनाने के नाम पर सड़क के दोनों ओर लगे कई साल पुराने पेड़ों की बलि दी जा रही है। जिससे शहर का मुख्य मार्ग, उदितनगर अंचल में हरियाली गायब नजर आने लगी है। अभी तक इन जगहों पर नए पेड़ नहीं लगाए गए हैं। वैसे प्रशासन की ओर से स्कूल एवं कॉलेजों के विद्याíथयों को एक पेड़ कटने के बदले दस पेड़ लगाने तथा एक व्यक्ति को एक पेड़ जरूर लगाने की शिक्षा जरूर दी जाती है।
इसके बावजूद मुख्य मार्ग तथा शहर के बीचों बीच पेड़ों की कटाई के पश्चात ना प्रशासन खुद पहल करती है अैार ना ही अन्य कोई संस्था इस दिशा में पेड़ लगाने के लिए उत्साहित करती है या लगाती ही है। जिससे विकास के नाम पर आगामी दिनों में भी इसी तरह शहर में बचे-खुचे हरे-भरे पेड़ों की बलि दी जाती रहेगी। इससे पर्यावरण की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगता जा रहा है। लेकिन विकास के साथ-साथ पेड़ों की सुरक्षा तथा कटे पेड़ों के स्थान पर नए पेड़ लगाने के प्रति कोई ध्यान न दिया जाना प्रकृति प्रेमी लोगों में ¨चता का विषय बना है। इसकी रोकथाम करने के लिए सामाजिक संगठनों से लेकर शहर के प्रबुद्ध लोगों द्वारा आगे आकर इसके प्रति प्रशासन से लेकर वन विभाग का ध्यान आकर्षित कराने की जरूरत महसूस हो रही है।