नुआगांव में हाथी के हमले में दंपती जख्मी
बिसरा रेंज अंतर्गत डलंगसरा गांव में हाथी के हमले में दंपती गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
जासं, राउरकेला : बिसरा रेंज अंतर्गत डलंगसरा गांव में हाथी के हमले में दंपती गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दोनों को राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों की ओर से हाथियों को खदेड़ने के साथ ही प्रभावित परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की गई है।
डलंगसेरा गांव के 48 वर्षीय सुशील लकड़ा एवं पत्नी कलरा लकड़ा रात करीब साढ़े तीन बजे खलिहान में काम के लिए जा रहे थे। खलिहान में 15 हाथियों का झुंड था। नजर पड़ते ही दोनों भागने का प्रयास किया पर हाथियों ने उन्हें घेर लिया। हमले में दोनों को गंभीर चोट लगी है। इसका पता चलने पर ग्रामीणों ने हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया।
सूचना पाकर बिसरा के फारेस्टर शशिभूषण महंतो के साथ वनकर्मियों ने वहां पहुंचकर हाथियों को खदेड़ा एवं जख्मी दंपती को इलाज के लिए राउरकेला सरकारी अस्पताल भेजा गया है। फारेस्टर के अनुसार 15 हाथियों का झुंड इस इलाके में है। मशरीकुदर घाटी की ओर उन्हें खदेड़ा गया है। वन विभाग की ओर से हाथियों पर नजर रखी जा रही है। चिन्मय सेवा ट्रस्ट ने असहायों के बीच बांटे कंबल : चिन्मय सेवा ट्रस्ट, राउरकेला की ओर से बाबू राम मिश्र की स्मृति में असहायों के बीच कंबल, चादर, बिछावन आदि का वितरण किया गया। संगठन की ओर से लाठीकटा ब्लाक के बिरडा पंचायत में कार्यक्रम आयोजित कर 51 निर्धन लोगों को ठंड से बचाव के लिए कंबल, चादर, बिछावन आदि प्रदान किया गया।
चिन्मय ग्राम विकास संगठन के परियोजना निदेशक तथा चिन्मय सेवा ट्रस्ट के सचिव तथा चिन्मय मिशन लाठीकटा के आचार्य स्वामी केवलानंद, चिन्मय मिशन की आचार्य अनुराधा ने कार्यक्रम में सहयोग किया।