पति को कोरोना होने के सदमे में प्रसूता की मौत
पति को कोरोना होने के बाद प्रसूता को इस कदर सदमा लगा कि उसकी मौत हो गई।
जासं, राउरकेला : पति को कोरोना होने के बाद प्रसूता को इस कदर सदमा लगा कि उसकी मौत हो गई। दो सप्ताह पहले ही यह दंपती रांची से लौटा था। पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। जबकि, महिला की रिपोर्ट निगेटिव थी। सोमवार रात आठ बजे प्रसव पीड़ा के बाद महिला को राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने रात दो बजे के बाद एक पुत्र को जन्म दिया। कोरोना के कारण पति के साथ नवजात की भी उसे चिता सता रही थी। इस कारण महिला का बल्ड प्रेशर काफी बढ़ गया। गंभीर हालत में उसे आरजीएच से हाईटेक अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां मंगलवार को दोपहर तीन बजे उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, रांची की मूल निवासी महिला की शादी बिसरा में हुई थी। पति किसी तरह रोजगार कर दो बच्चों के साथ परिवार का भरण पोषण करता था। महिला परिवार के साथ अपने मायके रांची गयी थी। इसी बीच लॉकडाउन हो गया। महिला गर्भवती थी। प्रसव का समय निकट होने के कारण उन्होंने राउरकेला सरकारी अस्पताल में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया। योजना के अनुसार 17 मई को दो बच्चों को साथ लेकर बिसरा लौट आए। नियमानुसार उन्हें बिसरा के प्राइमरी स्कूल क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया। रांची के कोरोना प्रभावित क्षेत्र से लौटने के कारण उनके नमूने जांच के लिए भेजे गये थे। 24 मई को पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। जबकि, महिला की निगेटिव। दो बच्चों की रिपोर्ट नहीं आई थी। पति के कोविड अस्पताल में भेजे जाने के बाद से महिला तनाव में थी। 25 मई की रात को प्रसव पीड़ा के बाद उसे राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां बेटे को जन्म दिया। महिला नवजात, दोनों बच्चे व पति को लेकर चितित थी। हमेशा उनकी बातें किया करती थी। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक तनाव के चलते उसका बल्ड प्रेशर (एकलोसिया) बढ़ने के कारण तबीयत बिगड़ गयी। आरजीएच से इलाज के लिए उसे हाईटेक रेफर किया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया। अब दोनों बच्चों को आरजीएच के कोविड आइसोलेशन सेंटर में तथा नवजात को अस्पताल में ही रखा है।