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कोरोना संक्रमण रोकने के लिए छत्तीसगढ़ व झारखंड सीमा सील

सुंदरगढ़ जिले में कोरोना रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 07:48 PM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 07:48 PM (IST)
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए छत्तीसगढ़ व झारखंड सीमा सील
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए छत्तीसगढ़ व झारखंड सीमा सील

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। 10 दिनों के अंदर जिले में 1859 से अधिक नए मरीजों की पहचान हुई है। मंगलवार को 241 नए मरीजों के साथ 18 सौ से अधिक सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। जिला रेड जोन घोषित होने के बाद झारखंड एवं छत्तीसगढ़ सीमा को सील कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ सीमा पर बसों एवं अन्य वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। एसपी सागरिका नाथ ने खुद सीमा पर जाकर सुरक्षा का जायजा लेने के साथ ही तैनात पुलिस कर्मियों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। सरकार की विशेष टीम ने जिले का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की है एवं आवश्यक निर्देश दिए हैं।

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बालीशंकरा ब्लाक के छतीसगढ़ सीमा को सील किया गया है। इस रास्ते से जिले के अंदर किसी भी वाहन को आने की अनुमति नहीं है। स्थिति पर नजर रखने के लिए यहां एक प्लाटून पुलिस बल तैनात हैं। सुंदरगढ़ आंचलिक परिवहन विभाग की ओर से भी वाहनों की कड़ाई से जांच की जा रही है। छत्तीसगढ़ सीमा सील होने के बाद भी जंगल के रास्ते ग्रामीण सड़कों से होकर लोगों का आना जाना हो रहा हैं। संक्रमण को रोकने के लिए सीमा क्षेत्र के बालीशंकरा, लेफ्रीपाड़ा, हेमगिर ब्लाक के लोगों को भी सतर्क किया गया है। पहले बालीशंकरा के वनडेगा, लुलकीडीह क्षेत्र को हॉट स्पॉट माना जा रहा था पर अब पूरा जिला इसकी चपेट में है। प्रशासन की ओर से आरटीपीसीआर टेस्ट को अधिक महत्व दिया जा रहा है। जिले की स्थिति पर नजर रखने के लिए ओडिशा सरकार के विकास आयुक्त प्रदीप जेना, सुंदरगढ़ जिला कोविड पर्यवेक्षक निकुंज बिहारी धल, सुंदरगढ आकर स्थित की समीक्षा कर चुके हैं। राउरकेला एवं आसपास में भी रोगियों की संख्या अधिक होने के कारण नगर निगम की ओर से सारे पार्क को बंद कर दिए गए हैं। बिसरा, बंडामुंडा क्षेत्र में रोगियों की संख्या को देखते हुए जरूरत पड़ने पर कंटेनमेंट जोन बनाने पर विचार करने की बात जिलापाल निखिल पवन कल्याण ने कही है। लोगों की सुविधा के लिए जांच केंद्र बढ़ाने के साथ टीकाकरण पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।


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